एमपी विधानसभा में उठी प्रमोशन की मांग, विधानसभा अफसर बोले- सशर्त पदोन्नति दी जाए
एमपी विधानसभा में अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा प्रमोशन की मांग तेज हो गई है। बजट सत्र समाप्त होने के बाद, 25 मार्च को विधानसभा सचिवालय के कर्मचारियों और अधिकारियों ने स्पीकर नरेंद्र सिंह तोमर से मिलकर अपनी पदोन्नति संबंधी मांग रखी।
मध्यप्रदेश विधानसभा में अधिकारियों और कर्मचारियों की प्रमोशन की डिमांड तेज हो गई है। बजट सत्र समाप्त होने के बाद, मंगलवार ( 25 मार्च ) को विधानसभा सचिवालय के कर्मचारियों और अधिकारियों ने स्पीकर नरेंद्र सिंह तोमर से मिलकर अपनी प्रमोशन संबंधी मांग रखी। कर्मचारियों का कहना है कि, जब सरकारी विभाग सशर्त पदोन्नति दे रहे हैं, तो विधानसभा में भी इसे लागू किया जाना चाहिए।
कर्मचारी संघ ने यह भी कहा कि पदोन्नति के आदेश में यह स्पष्ट किया गया है कि यह सुप्रीम कोर्ट में लंबित एसएलपी (Special Leave Petition) के अंतिम फैसले के अधीन होगी। इस तर्क को मध्यप्रदेश विधानसभा में भी लागू किया जाना चाहिए, जैसा कि विधि-विधायक कार्य विभाग में हाल ही में किया गया था।
बता दें कि राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने अपने अभिभाषण में सभी विभागों में पदोन्नति देने की घोषणा की थी। इस घोषणा के बाद, विधानसभा में भी प्रमोशन देने की मांग उठने लगी है। कर्मचारियों का कहना है कि अब तक लगभग 30 अधिकारी और कर्मचारी बिना प्रमोशन के रिटायर हो चुके हैं, और इस स्थिति को सुधारने की जरूरत है।
कर्मचारी संघ के सदस्य जैसे रामनारायण आचार्य, घनश्याम सिंह, अनुराग पाठक और रजनीश दुबे ने स्पीकर से आग्रह किया कि मध्यप्रदेश विधानसभा सचिवालय में भी इस मुद्दे पर विचार किया जाए और जल्द से जल्द पदोन्नति की प्रक्रिया शुरू की जाए।