मध्य प्रदेश के छतरपुर ( Chhatarpur ) जिले से तबादले का एक अजब गजब मामला सामने आया है। यहां एक मृत अधिकारी का ट्रांसफर कर दिया गया। ट्रांसफर का आदेश मध्य प्रदेश शासन नगरीय एवं आवास विभाग के उप सचिव प्रमोद कुमार शुक्ला के द्वारा जारी किया गया था। मामले के तूल पकड़ने के बाद अधिकारी जागे और आदेश निरस्त किया। इसे नगरीय प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही मानी जा रही है।
मई 2024 में हुआ था अधिकारी का निधन
जानकारी के अनुसार, छतरपुर जिले के हरपलापुर नगर परिषद में सहायक राजस्व निरीक्षक ( Assistant Revenue Inspector ) रहे सुनील तिवारी का लंबी बीमारी के चलते मई 2024 को निधन हो गया था। विभाग द्वारा जारी तबादला सूची में नगर परिषद में पदस्थ रहे सहायक राजस्व निरीक्षक सुनील तिवारी का तबादला टीकमगढ़ की लिधौराखास नगर परिषद कर दिया गया था। आपको बता दें कि सुनील हरपालपुर के ही रहने वाले थे।
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लोगों ने किया जमकर ट्रोल
नगरीय एवं आवास विभाग के द्वारा जारी लिस्ट के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने विभाग को जमकर ट्रोल किया। इसे लोगों ने मध्य प्रदेश नगरीय प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही बताई है। मामले के तूल पकड़ने पर भोपाल से फिर एक आदेश जारी कर पिछले आदेश के रद्द कर दिया गया। आपको बता दें कि नगरीय विकास एवं आवास मंत्रालय के द्वारा 27 सितंबर को ये सूची जारी की गई थी। सूची में 14 कर्मचारियों ने नाम थे, जिसमें 9वें नंबर सुनील तिवारी का नाम हैं।
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कांग्रेस विधायक ने की निंदा
मामले के सामने आने के बाद खरगापुर से कांग्रेस विधायक चंदा गौर ( Congress MLA Chanda Gaur ) ने राज्य सरकार की निंदा की है। उन्होंने कहा, मध्यप्रदेश में अंधी-बहरी सरकार चल रही है. इनको यही पता नहीं कि उनके कर्मचारी जिंदा है या परलोक सिधार गए। सरकार ने मृतक का तबादला कर अपनी ओछी सोच का परिचय दिया है। उन्होंने इस मामले में जांच और दोषी पर सख्त एक्शन लेने की मांग की है।
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