BHOPAL. प्रदेश में वित्त वर्ष 2023-24 में अंडे और मांस का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ है। सत्र के दौरान मध्यप्रदेश विधानसभा में पेश हुई एक रिपोर्ट के अनुसार आंकड़े बताते हैं बीते सत्र में जहां दूध के उत्पादन 5.89 प्रतिशत रही है वहीं अंडे और मांस की उत्पादन दर 9.65 दर्ज की गई है। हालांकि इस अवधि में प्रदेश में पशुधन में भी इजाफा हुआ है। विधानसभा के बजट सत्र के दौरान पेश की गई आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार दूध के मुकाबले अंडे और मांस का प्रोडक्शन ज्यादा बढ़ा है।
मध्य प्रदेश की गिनती देश के तीसरे सबसे बड़े दुग्ध उत्पादक राज्य के तौर पर होती रही है। लेकिन, ताजा रिपोर्ट के आंकड़े नई स्थिति को उजागर करने वाले हैं। 2023-24 में दुग्ध उत्पादन की वार्षिक दर 5.98 प्रतिशत रही है जबकि अंडे के उत्पादन में 9.65 फीसदी का इजाफा हुआ है।
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इस अवधि में अंडे का उत्पादन करीब 3491.85 लाख रहा है और अंडे की उपलब्धता हर साल करीब 40 अंडे रिकॉर्ड की गई है। यह संख्या साल 2022 के मुकाबले 9.65 फीसदी ज्यादा है। हालांकि, इस अवधि में राज्य में पशुधन में भी वृद्धि हुई है लेकिन 0.03 प्रतिशत के साथ यह आंकड़ा सीमित है।
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दूध से ज्यादा बढ़ा मांस का उत्पादन
प्रदेश में 2023-24 में मीट का उत्पादन करीब 15 हजार 225 हजार टन रहा है। जो कि 2022-23 के मुकाबले 9.57 फीसदी ज्यादा है। मीट प्रोडक्शन में इस तेजी में सबसे अहम मुर्गा-मुर्गी रहे हैं। मांस उत्पादन में इनका हिस्सा 42 फीसदी दर्ज किया गया है। जबकि बकरी के मांस की भागीदारी 28 फीसदी रही है।
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दूध उत्पादन के मामले में प्रदेश तीसरे पायदान पर रहा है। प्रदेश में वित्त वर्ष 2021-22 में दूध का उत्पादन 201.22 लाख टन और 2022-23 के दौरान 213.26 लाख टन रहा था। जबकि वित्त वर्ष 2023-24 में इसके उत्पादन की दर अंडे और मांस के मुकाबले करीब सवा चार फीसदी पिछड़ी है। हालांकि, दूध उत्पादन में प्रदेश में 5.98 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई है। दुग्ध उत्पादन में सबसे अधिक योगदान भैंसा का रहा है।
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