MP News: मध्य प्रदेश में महू से मुख्तियारा बलवाड़ा तक 56 किमी लंबी रेल लाइन बिछाई जाएगी। यह परियोजना महू-सनावद ब्रॉड गेज के तहत होगी। इसके लिए 454 हेक्टेयर वन भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। महू वनक्षेत्र से 1लाख 40 हजार और बड़वाह वनक्षेत्र से 15 हजार पेड़ काटे जाएंगे।
रेलवे विभाग ने वन विभाग को प्रति हेक्टेयर 13 लाख रुपए मुआवजा देने का प्रस्ताव रखा है। इसके साथ ही कटे गए पेड़ों के बदले दस गुना अधिक पौधे लगाए जाएंगे। परियोजना में पटरियां बिछाना, सुरंग और पुल निर्माण समेत अन्य कार्य होंगे। यह रेल लाइन क्षेत्रीय विकास और यातायात की सुविधा के लिए महत्वपूर्ण होगी।
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महू से मुख्तियारा बलवाड़ा तक
महू से मुख्तियारा बलवाड़ा तक 56 किमी लंबी नई रेल लाइन बिछाने की योजना है। यह परियोजना महू-सनावद ब्रॉड गेज के तहत कार्यान्वित की जाएगी। इससे क्षेत्रीय यातायात में वृद्धि होगी और विकास की नई राहें खुलेंगी।
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वन भूमि अधिग्रहण
इस परियोजना के लिए इंदौर और खरगोन वन मंडलों की कुल 454 हेक्टेयर वन भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। रेलवे विभाग ने वन विभाग को प्रति हेक्टेयर 13 लाख रुपए मुआवजा देने का प्रस्ताव रखा है और कटे गए पेड़ों के बदले दस गुना अधिक पौधे लगाने का वचन दिया है।
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पटरियों का बिछाना
नई रेल लाइन के लिए पटरियों का बिछाना, सुरंगों और पुलों का निर्माण तथा अन्य आवश्यक कार्य किए जाएंगे। विशेष रूप से घाट सेक्शन में सुरंगों और पुलों का निर्माण चुनौतीपूर्ण होगा, लेकिन यह परियोजना क्षेत्रीय विकास और यातायात की सुविधा के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी।
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सुरंगों और पुलों का निर्माण
महू से सनावद तक के 90 किमी रेल खंड में 21 सुरंगों और 80 पुलों का निर्माण किया जाएगा। इनमें से एक प्रमुख सुरंग बडिया से बेका के बीच 4.1 किमी लंबी होगी, जिसका निर्माण लगभग 450 करोड़ रुपए की लागत से किया जाएगा। यह सुरंग रेलवे की सबसे लंबी सुरंग होगी।
वन्यजीवों के लिए सुरक्षा उपाय
यह रेल मार्ग वन क्षेत्र से होकर गुजरता है, इसलिए वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए विशेष उपाय किए जाएंगे। सुरंगों और पुलों के निर्माण में वन्यजीवों की आवाजाही को ध्यान में रखते हुए डिजाइन तैयार किया जाएगा।
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