मध्य प्रदेश सरकार ने अंगदान करने वाले व्यक्तियों के स्वजन को एक और बड़ी राहत देने का फैसला लिया है। राज्य सरकार ने घोषणा की है कि अब अंगदानियों के परिवारों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिलेगा, जिसके तहत प्रत्येक परिवार को हर साल 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मिलेगा। यह योजना आय सीमा के बंधन से भी मुक्त होगी, जिससे राज्य के अधिक लोग इस योजना का फायदा उठा सकेंगे।
अंगदान और इसकी प्रक्रिया
organ donation की प्रक्रिया बेहद महत्वपूर्ण होती है, खासकर ब्रेन डेड रोगियों के लिए। जब किसी व्यक्ति का दिमाग काम करना बंद कर देता है, लेकिन उसके शरीर के कुछ अंग काम करते रहते हैं, तो उसे ब्रेन डेड की स्थिति कहते हैं। ऐसे रोगी के अंगों का दान किया जा सकता है, जैसे कि फेफड़े, दिल, किडनी, लिवर और आंखों की कार्निया। मध्य प्रदेश में 2016 से अब तक 243 अंगदान हो चुके हैं, और राज्य सरकार जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न कदम उठा रही है।
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अंगदान के लिए पोर्टल
राज्य सरकार ने एक नया पोर्टल तैयार करने की योजना बनाई है, जिस पर organ donation करने वाले और जरूरतमंद दोनों अपना पंजीकरण करा सकेंगे। इस पोर्टल पर अंगदान की प्रक्रिया और नियमों की जानकारी भी उपलब्ध होगी।
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मध्य प्रदेश में अंगदान की स्थिति
मध्य प्रदेश में organ donation की स्थिति अन्य राज्यों के मुकाबले अपेक्षाकृत कम है। हालांकि, राज्य सरकार ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है और इसे बढ़ावा देने के लिए प्रचार-प्रसार के उपाय किए हैं। इसके तहत 18 लाख रुपए की लागत से एक डाक्यूमेंट्री बनाई जा रही है, जो अंगदान के फायदे और प्रक्रिया के बारे में लोगों को जानकारी देगी।
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आयुष्मान भारत योजना
आयुष्मान भारत योजना का उद्देश्य गरीबों और जरूरतमंदों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। इस योजना के तहत हर परिवार को पांच लाख रुपए तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा अंगदानियों के स्वजन को यह लाभ देने से न केवल उनके स्वास्थ्य की देखभाल होगी, बल्कि इससे organ donation के प्रति लोगों में जागरूकता भी बढ़ेगी।
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