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मध्यप्रदेश में मानसून अब खत्म होने की ओर बढ़ रहा है, और इसका असर अब मौसम में भी दिखाई देने लगा है। अक्टूबर का पहला हफ्ता समाप्त होते ही प्रदेश में सर्दी का अहसास होने लगा है। भोपाल समेत प्रदेश के 11 जिलों में रात का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच चुका है, जिससे ठंड का असर बढ़ने लगा है। खासतौर पर भोपाल संभाग के राजगढ़ और इंदौर में रात का तापमान 17.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस सीजन की ठंड का संकेत है।
8 अक्टूबर को भोपाल में रात का तापमान 19.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य तापमान से 0.8 डिग्री कम था। भोपाल में पिछले तीन दिनों से रात के तापमान में लगातार गिरावट आई है। यह गिरावट स्पष्ट रूप से इस बात का संकेत है कि अब सर्दी का मौसम शुरू होने वाला है।
2-3 दिनों में प्रदेश से मानसून की विदाई
मध्यप्रदेश में आने वाले दिनों में दिन में तेज धूप रहेगी और रात में हल्की ठंड का अहसास होगा। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 2-3 दिनों में प्रदेश से मानसून की विदाई हो जाएगी। हालांकि, पूर्वी हिस्से में अगले 3 दिनों तक हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है। बुधवार को प्रदेश के किसी भी हिस्से में बारिश नहीं हुई।
एमपी मौसम वाली खबर पर एक नजर
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अगले 3 दिन मौसम में धूप, छांव और हल्की बूंदाबांदी
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले 3 दिन मौसम में धूप, छांव और हल्की बूंदाबांदी का मिश्रण रहेगा। पूर्वी हिस्से के कुछ जिलों में हल्की बारिश हो सकती है। वहीं, भोपाल, इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर में दिन में तेज धूप पड़ेगी।
इसके अलावा, कई शहरों में रात का तापमान 18 डिग्री तक पहुंच चुका है। 8-9 अक्टूबर को धार, इंदौर और राजगढ़ में तापमान 17.6 से 17.7 डिग्री के बीच रहा। भोपाल में 19.6 डिग्री, उज्जैन में 19 डिग्री, ग्वालियर में 22.1 डिग्री और जबलपुर में 21 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।
भोपाल के अधिकांश हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा
इसके साथ ही मौसम में और भी बदलाव आ रहे हैं। मानसून के सीजन की अंतिम बारिश के बाद मौसम में ठंडक बढ़ी है। 8 अक्टूबर की सुबह भोपाल के अधिकांश हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा। आईएसबीटी से लेकर मिसरोद और चुना भट्टी से लेकर कोलार तक के क्षेत्रों में सुबह के समय धुंध की स्थिति थी, जिससे ठंड का अहसास और भी बढ़ गया।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले 48 से 72 घंटों में मध्यप्रदेश से मानसून की विदाई हो जाएगी। अक्टूबर के पहले हफ्ते में चार अलग-अलग मौसमी सिस्टम के प्रभाव के कारण बारिश का सिलसिला जारी रहा, जिसके कारण मानसून के समाप्त होने में देरी हुई। अब इन सिस्टमों का असर खत्म होते ही मानसून धीरे-धीरे प्रदेश से विदा ले लेगा।
इस तरह, प्रदेश में अब ठंडी हवा और सर्दी के मौसम का आगमन हो चुका है, और अगले कुछ दिनों में मानसून का अंत होते ही सर्दियों का प्रभाव बढ़ने की उम्मीद है।
इन जिलों में मौसम का हाल
मध्यप्रदेश के 17 जिलों में आज हल्की बारिश या बूंदाबांदी की संभावना है। इनमें जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, मऊगंज, मैहर, अनूपपुर, शहडोल और उमरिया जैसे जिले शामिल हैं। इन जिलों में आज यानी गुरुवार के दिन बादल गरजने के साथ-साथ हल्की बूंदाबांदी हो सकती है, जिससे मौसम में थोड़ी ठंडक बढ़ने की संभावना है।
ठंड के पीछे की बड़ी वजह अरब सागर
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, एमपी में ठंड के पीछे की बड़ी वजह अरब सागर में उठे चक्रवाती तूफान ने पश्चिम-मध्य अरब सागर में गहरे कम दबाव के क्षेत्र के रूप में सक्रियता है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, इस चक्रवात ने पश्चिम-मध्य अरब सागर में गहरे कम दबाव के क्षेत्र के रूप में सक्रियता दिखाई है। हालांकि, इस चक्रवात के गुरुवार तक कमजोर होने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके अलावा, एक पश्चिमी विक्षोभ भी हवा के ऊपरी हिस्से में चक्रवात के रूप में पूर्वी हरियाणा और आसपास के इलाकों में बना हुआ है, जो मौसम में बदलाव का कारण बन रहा है।
मानसून के समाप्त होने के संकेत अब स्पष्ट
मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला के अनुसार, मानसून के समाप्त होने के संकेत अब स्पष्ट होने लगे हैं। उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी शुरू हो चुकी है, और इसके साथ ही उत्तरी हवाएं भी प्रदेश में चल रही हैं। इन हवाओं के प्रभाव से प्रदेश में रात का तापमान गिर रहा है।
मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि 10 अक्टूबर के आसपास मध्यप्रदेश से मानसून की वापसी शुरू हो सकती है। हालांकि, छत्तीसगढ़ से सटे कुछ पूर्वी जिलों में गुरुवार को हल्की बूंदाबांदी की संभावना बनी हुई है। इस प्रकार, मध्यप्रदेश में मानसून का अंत नजदीक है, और इसके साथ सर्दी का मौसम धीरे-धीरे अपने पैर पसारने लगेगा।