/sootr/media/media_files/2025/03/25/8G0o43QGIDwH7yLSJgdi.jpg)
मध्य प्रदेश में बेरोजगारी लगातार बढ़ती जा रही है, और राज्य के लाखों युवा अपनी पढ़ाई के बाद केवल नौकरी की तलाश में सरकार की ओर उम्मीद भरी नजरों से देख रहे हैं। प्रदेश में बेरोज़गारों की संख्या सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब 30 लाख के पार पहुंच चुकी है। पिछले कुछ सालों में यह स्थिति और अधिक खराब हुई है, और इसके परिणामस्वरूप प्रदेश में पढ़े-लिखे बेरोजगारों की संख्या में भी वृद्धि हो रही है।
सरकार के पास नहीं बेरोजगारी के आंकड़े
मध्य प्रदेश सरकार ने बेरोजगार युवाओं को अब ‘आकांक्षी युवा’ का नाम दिया है। यह कदम इस उद्देश्य से उठाया गया है कि युवाओं में उम्मीद और संघर्ष की भावना को प्रोत्साहित किया जा सके। हालांकि, राज्य सरकार ने विधानसभा में यह स्वीकार किया कि उनके पास बेरोजगारों की संख्या की कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है।
30 लाख से अधिक युवा रजिस्टर
प्रदेश के रोजगार पोर्टल पर 30 लाख से अधिक युवा रजिस्टर हैं, जिनमें से अधिकांश शिक्षित हैं, और इन्हें रोजगार का इंतजार है। अब सवाल यह उठता है कि इतने बड़े संख्या में रजिस्टर्ड युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सरकार के पास पर्याप्त अवसर हैं? प्रदेश में बेरोजगारी की स्थिति को लेकर सियासी बयानबाजी भी तेज़ हो गई है, जबकि हकीकत यह है कि सरकार और विपक्ष दोनों एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं, लेकिन युवाओं के लिए रोजगार की स्थिति में कोई बड़ा बदलाव नहीं आया है।
रोजगार पोर्टल पर बेरोजगारी के आंकड़े
-
पोर्टल पर 29 लाख 34 हजार 520 आवेदन हो चुके हैं।
-
इनमें से अधिकांश आवेदक ग्रेजुएट, पोस्ट-ग्रेजुएट और इंजीनियर हैं।
-
8,75,429 आवेदन ग्रेजुएट्स से आए हैं।
-
पोस्ट-ग्रेजुएट्स से 1,49,917 आवेदन आए हैं।
-
इंजीनियरिंग क्षेत्र से 1,22,532 आवेदन आए हैं।
-
मेडिकल क्षेत्र से 7070 आवेदन आए हैं।
-
12वीं पास के 6,35,958 आवेदन हैं।
बेरोजगारी पर आमने सामने पक्ष-विपक्ष
भाजपा सरकार जहां युवाओं को ‘आकांक्षी’ बताकर अपनी नीतियों का बचाव कर रही है, वहीं कांग्रेस इसे केवल शब्दों का खेल करार दे रही है। भाजपा का कहना है कि सरकार रोजगार के नए अवसर पैदा कर रही है, जबकि कांग्रेस का आरोप है कि सरकार के पास बेरोज़गारों की सही जानकारी तक नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष का आरोप - झूठी है सरकार
मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि सरकार बेरोजगारी के नाम पर युवाओं को झूठ बोल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी की स्थिति इतनी गंभीर है कि युवा विभिन्न क्षेत्रों में संघर्ष कर रहे हैं, और सरकार के पास कोई ठोस योजना नहीं है।
यह भी पढ़ें: बेरोजगारों की परीक्षा फीस के पैसों से सरकार ने बांटे मेधावी छात्रों को स्कूटी-लैपटॉप
रोजगार राज्यमंत्री का बयान
कौशल विकास एवं रोजगार विभाग राज्यमंत्री गौतम टेटवाल ने कहा कि सरकार युवाओं को ‘आकांक्षी युवा’ कहकर उनके लिए नौकरी के अवसर पैदा कर रही है। उनका कहना था कि रोजगार पोर्टल पर पंजीकरण कराने वाले युवाओं को रियल टाइम अपडेट किया जा रहा है और कई रोजगार मेले आयोजित किए जा रहे हैं। मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार लगातार प्रयास कर रही है कि युवाओं को रोजगार मिले, और आने वाले समय में कई रोजगार अवसरों की योजना बनाई जा रही है।
यह भी पढ़ें: एमपी विधानसभा में गूंजा जन सेवा मित्रों की नियुक्ति का मामला, बेरोजगारी पर उठे सवाल
यह भी पढ़ें: MP के इस जिले में लगने जा रहा रोजगार मेला, बेरोजगारों का सपना होगा सच