महाकाल मंदिर में भस्म आरती घोटाले के आरोपियों की लोकायुक्त, IAS तक ने की हुई है शिकायतें

उज्जैन के महाकाल मंदिर में हुए भस्म आरती घोटाले में आरोपियों को जमानत मिलनी शुरू हो चुकी है। पुलिस ने मंदिर प्रशासक से आरोपियों के बारे में जानकारी मांगी थी...

author-image
Sanjay gupta
एडिट
New Update
THESOOTR
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

महाकाल मंदिर उज्जैन में हुए भस्म आरती घोटाले (रुपए लेकर दर्शन कराने) में आरोपियों को जमानत मिलना शुरू हो चुकी है। इस मामले में पुलिस ने मंदिर प्रशासक से सभी आरोपियों का पूरी कुंडली मांगी थी, जिसमें उनकी नियुक्ति, पूर्व के नोटिस, शिकायतों की जानकारी चाही थी। यह रिपोर्ट हाल ही में पुलिस को मिली है, जो द सूत्र के पास है। 300 से ज्यादा पन्नों की इस रिपोर्ट में कई गंभीर खुलासे हुए हैं। इसमें से कई आरोपी पूर्व में भी सस्पेंड हो चुके हैं, नोटिस पा चुके हैं। इनके खिलाफ वीवीआईपी लोकायुक्त, आईएएस, कवि कुमार विश्वास, अपर कलेक्टर, प्रोटोकाल अधिकारियों तक ने शिकायत की हुई है।

mp ladli bahna yojana

यह है घटना के आरोपी

विनोद चौकसे, राकेश श्रीवास्तव, अभिषेक भार्गव, राजकुमार सिंह, राजेंद्र सिंह सिसौदिया, रितेश शर्मा, उमेश पण्डया, आशीष शर्मा, दीपक मित्तल को लेकर थाना महाकाल ने जानकारी मंदिर प्रशासक से मांगी थी इस पर इन्हें लेकर जानकारी भेजी गई है।

  • विनोद चौकसे- सफाई निरीक्षक पद पर था, पहले नंदीहाल निरीक्षक, गौशाला निरीक्षक, प्रभारी नंदी मंडपम आदि रह चुका है।
  • राकेश श्रीवास्तव- प्रभारी नंदी मंडपम और गणेश मंडपम था। पहले भी वह विविध मंडपम का प्रभारी रहा है।
  • अभिषेक भार्गव- सहायक सत्कार अधिकारी।
  • राजकुमार सिंह- आईटी शाखा प्रभारी, पहले सफाई निरीक्षक भी रहा है।
  • राजेंद्र सिंह सिसौदिया- निरीक्षक निर्माल्य द्वार, पहले अन्नक्षेत्र, भस्मार्ती प्रभारी भी रहा।
  • रितेश शर्मा- भस्म आरती प्रभारी, पहले निरीक्षक भी रहा।
  • उमेश पण्डया- नंदी मंडपम प्रभारी, पहले भस्म आरती प्रभारी रहा।
  • आशीष शर्मा- अभी भस्म आरती काउंटर पर। आईटी शाखा प्रभारी रहा।
  • दीपक मित्तल- पूर्व समिति सदस्य थे। इनका तीन साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है।

खबर यह भी...उज्जैन में अब रोज होगा लाइट एंड साउंड शो, विक्रमोत्सव में 1000 ड्रोन से दिखी महाकाल की झलक

यह आरोपी पहले यह कर चुके हैं हरकत

  • उमेश पंड्या को फरवरी 2023 में काम में लापरवाही में निलंबित किया गया था और फिर अप्रैल में 2024 में बहाल किया।

  • महाकाल मंदिर में एक मई 2022 को लोकायुक्त आए। इस दौरान प्रोटोकाल के दौरान भारी लापरवाही की गई। इसके चलते लोकायुक्त और उनके परिवार को भारी परेशानी हुई। इसमें शिकायतों के बाद अभिषेक भार्गव, राजेंद्र सिंह सिसौदिया, विनोद चौकसे सहित अन्य को नोटिस जारी हुआ। यह सभी इस घोटाले में आरोपी हैं। राकेश श्रीवास्तव व अन्य भी थे जिन्हें नोटिस हुआ था।

  • विनोद चौकसे के खिलाफ वीआईपी अतिथि और उनके परिजनों के साथ अभद्रता करने पर नोटिस हो चुका है।

  • राजकुमार सिंह के काम में पाया गया था कि बिजली प्रभार होने पर भी चूहे तार काट गए। ऑनलाइन लड्डू की डिलीवरी में शिकायतें थीं। इसमें भी उन्हें नोटिस हुए थे।

  • अभिषेक भार्गव जब प्रशासक के निजी सचिव थे तब उन्होंने कम्प्यूटर से जरूरी डाटा डिलीट किए थे। इन पर भी नोटिस हुआ।

  • प्रोटोकाल के दौरान नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके सारस्वत और कवि कुमार विश्वास के दौरान भी भारी लापरवाही की गई। इसके चलते अभिषेक भार्गव, राजेंद्र सिंह सहित अन्य को नोटिस जारी हुए थे।

खबर यह भी...महाकाल के दरबार में गोविंदा ने खोल दिया अपने जीवन का सबसे बड़ा राज

भस्म आरती में 1818 को इंट्री, इसमें 1118 वीवीआईपी

मंदिर प्रशासन की रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि हर दिन भस्मआरती के लिए 1818 को प्रवेश दिया जाता है। इसमें से 1118 तो वीवीआईपी कोटे के ही होते हैं। आम जन के लिए मात्र 700 का ही कोटा है। हर दिन 400 भक्त ऑनलाइन बुकिंग से प्रवेश पाते हैं और 300 मौके पर आकर रसीद कटवाते हैं। इन 700 को छोड़कर बाकी 1118 वीवीआईपी कोटे के होते हैं। इसमें राजनीतिक दल, पुजारी-पुरोहित, न्यायालय का अलग-अलग कोटा है। इससे विविध शासकीय विभाग, स्टेट गेस्ट, जनप्रतिनिधि, पुजारी-पुरोहित, धार्मिक संस्थान, मीडिया, दानदाता, सामाजिक संगठन आदि होते हैं।

दिसंबर 2024 में हुई थी एफआईआर

देश और विदेश में श्रद्धा के केंद्र उज्जैन के महाकाल मंदिर में दिसंबर 2024 में दर्शन, भस्म आरती के लिए भक्तों से राशि लेने का घोटाला सामने आया था। इस मामले में उज्जैन प्रशासन ने मंदिर समिति, सिक्यूरिटी कंपनी व अन्य को आरोपी बनाने का आवेदन महाकाल थाने में दिया, जिस पर 20 दिसंबर 2024 को आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और अमानत में खयानत मामले में बीएनएस धारा 318 (4) व 316(2) के तहत केस दर्ज किया गया। इसमें कुछ की गिरफ्तारी भी हुई।

खबर यह भी...महाकाल भस्म आरती दर्शन में भ्रष्टाचार के खिलाफ मंदिर प्रशासन की नई पहल

हाईकोर्ट सुनवाई में आए इन सभी के नाम

आरोपियों को मिली जमानत के दौरान आवेदन की सुनवाई के दौरान बताया गया कि मूल एफआईआर में सफाई निरीक्षक विनोद चौकसे और दर्शन प्रभारी राकेश श्रीवास्तव का नाम था। चौकसे और श्रीवास्तव के मोबाइल सीज हुए। उन्होंने पुलिस को बयान में बताया कि आईटी इंजार्ज राजकुमार सिंह, भस्म आरती इंचार्ज रितेश शर्मा, प्रोटोकाल प्रभारी अभिषेक भार्गव, सिक्यूरिटी गार्ड क्रिस्टल कंपनी के जितेंद्र पंवार और ओमप्रकाश माली इस मामले में उनके सहयोगी हैं।

भस्म आरती इंचार्ज रितेश शर्मा ने इनके नाम लिए

भस्म आरती इंचार्ज रितेश शर्मा को 31 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया, उनका मोबाइल जब्त किया गया। शर्मा ने पुलिस को बयान में बताया कि उनके साथ नंदी हाल के इंचार्ज उमेश पंड्या, भस्म आरती ऑपरेटर आशीष शर्मा, गार्ड करण सिंह पंवार, पत्रकार पंकज शर्मा और विजेंद्र, पूर्व समिति सदस्य दीपक मित्तल उनके साथ सहयोगी हैं।

thesootr links

द सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

महाकाल मंदिर उज्जैन का महाकाल मंदिर महाकाल मंदिर के गर्भगृह महाकाल मंदिर उज्जैन भस्म आरती महाकाल भस्म आरती Ujjain News MP News मध्य प्रदेश LOKAYUKT Mahakal Temple Mahakal Temple Bhasma Aarti IAS