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अगर आप नए साल 2026 के मौके पर बाबा महाकाल के दर्शन करने उज्जैन जा रहे हैं, तो ये खबर आपके लिए जरूरी है। उज्जैन महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने नए साल की भारी भीड़ को देखते हुए प्रवेश नियमों में बड़े बदलाव किए हैं।
मंदिर प्रशासन का कहना है कि इस बार पहले हफ्ते में ही करीब 10 लाख लोग उज्जैन पहुंच सकते हैं, जो पिछले सालों की तुलना में काफी ज्यादा है। इसलिए भक्तों की सुविधा के लिए नए इंतजाम किए गए हैं।
भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने प्रवेश के रास्तों और टिकट काउंटरों में भी बदलाव किए हैं, ताकि दर्शन में कोई परेशानी न हो और व्यवस्था सही रहे।
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लोकल रेसिडेंट्स के लिए नया द्वार
उज्जैन के लोकल रेसिडेंट्स के लिए मंदिर प्रशासन ने प्रवेश का रास्ता बदल दिया है। पहले स्थानीय लोग गेट नंबर-1 से प्रवेश करते थे। लेकिन अब उन्हें शहनाई द्वार के पास से प्रवेश मिलेगा। नए नियम के मुताबिक, अवंतिका द्वार को अब शहनाई द्वार और पालकी निर्गम स्थल के पास शिफ्ट कर दिया गया है।
यहीं से श्रद्धालु फैसिलिटी सेंटर होते हुए भगवान के दर्शन कर सकेंगे। स्थानीय भक्तों को अपने साथ अपना 'ओरिजिनल आधार कार्ड' रखना जरूरी होगा। तभी उन्हें इस गेट से प्रवेश दिया जाएगा।
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शीघ्र दर्शन के लिए खुला नया काउंटर
भीड़ को देखते हुए शीघ्र दर्शन (वीआईपी दर्शन) के लिए एक और नया काउंटर शुरू किया गया है। अब बड़ा गणेश मंदिर के पास स्थित निर्गम एम्बुलेंस द्वार पर नया शीघ्र दर्शन प्रवेश द्वार बनाया गया है।
यहां से श्रद्धालु 250 रुपए की रसीद लेकर सीधे गणेश मंडपम से बाबा महाकाल के दिव्य दर्शन कर सकेंगे। पहले इस तरफ काउंटर न होने से भक्तों को गेट नंबर-4 या गेट नंबर-1 तक पैदल जाना पड़ता था। अब इस नए काउंटर से भक्तों का काफी समय बचेगा और उन्हें लंबी कतारों से राहत मिलेगी।
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नए साल में रिकॉर्ड तोड़ भीड़ की उम्मीद
महाकाल मंदिर समिति ने इस बार सुरक्षा और प्रबंधन के लिए विशेष तैयारी की है। आंकड़ों के मुताबिक, साल 2024 में 6 लाख और 2025 में 8 लाख भक्तों ने दर्शन किए थे।
इस बार 2026 के स्वागत में यह आंकड़ा 10 लाख के पार जाने की उम्मीद है। प्रशासक प्रथम कौशिक के अनुसार, गेट नंबर-1 का स्थान बदलने और नया काउंटर खोलने से व्यवस्था सुधरेगी।
प्रशासन का उद्देश्य है कि हर श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के बाबा के दर्शन कर सके। नए मार्ग और व्यवस्थित बैरिकेडिंग से मंदिर परिसर में भीड़ का दबाव काफी कम रहने की संभावना है।
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महाकाल दर्शन एंट्री-एग्जिट का नया रूट प्लान
स्थानीय निवासी प्रवेश: उज्जैन (बाबा महाकाल के लिए दर्शन व्यवस्था) के लोकल लोग अब शहनाई द्वार (पालकी निर्गम के पास) से प्रवेश करेंगे।
जरूरी डॉक्यूमेंट: स्थानीय श्रद्धालुओं को प्रवेश के समय अपना ऑरिजिनल आधार कार्ड दिखाना जरूरी होगा।
शीघ्र दर्शन टिकट: 250 रुपए वाली रसीद अब बड़ा गणेश के पास एम्बुलेंस द्वार वाले नए काउंटर पर मिलेगी।
शीघ्र दर्शन रूट: नया टिकट लेकर भक्त श्री गणेश मंडपम् के जरिए बाबा महाकाल के दर्शन (Mahakaal Darshan) कर सकेंगे।
पुराने काउंटर: गेट नंबर-1 और गेट नंबर-4 पर मिलने वाली टिकट की व्यवस्था भी पहले की तरह जारी रहेगी।
आम श्रद्धालु प्रवेश: बाहरी राज्यों से आने वाले सामान्य भक्त निर्धारित मानसरोवर गेट से ही प्रवेश पाएंगे।
बाहर निकलने का रास्ता: सभी श्रद्धालु दर्शन के बाद तय किए गए निर्धारित निर्गम द्वार से ही बाहर निकलेंगे।
भीड़ नियंत्रण: New Year 2026 पर गेट नंबर-1 का स्थान बदलकर भीड़ को फेसिलिटी सेंटर की ओर डायवर्ट किया गया है।
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