ऋषभ जैन@टीकमगढ़
प्रशासन ने हाल ही में 61 ओवरलोड ट्रकों को पकड़ा, जिनमें अनाज सहित भारी माल ढोने के मामले सामने आए थे। हालांकि, प्रशासन के इस कदम से कुछ सवाल उठ रहे हैं। क्या प्रशासन सिर्फ अनाज के कागजातों की जांच कर इन ट्रकों को छोड़ देगा, या फिर पूरे ट्रक की फिटनेस, बीमा, टैक्स परमिट और ओवरलोडिंग पर भी सख्ती से जांच की जाएगी?
जानकारी के अनुसार, प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि ट्रक न केवल फिट हों, बल्कि उनकी क्षमता के अनुसार ही माल ढोने की अनुमति दी जाए। इन ट्रकों की अधिकतम क्षमता 16 से 19 टन तक होती है, लेकिन इनमें 30 टन से भी अधिक माल लदा हुआ था। यह ओवरलोडिंग हादसों का प्रमुख कारण बन रही है, जिससे अब तक कई बड़े दुर्घटनाएं हो चुकी हैं।
ओवरलोड वाहनों के कारण बढ़ रहे सड़क हादसे
विशेषज्ञों का कहना है कि ओवरलोड वाहनों के कारण सड़क हादसों की घटनाएं बढ़ रही हैं, और यह स्थानीय जनता और यातायात की सुरक्षा के लिए खतरे का सबब बन रहा है। प्रशासन को अब इस दिशा में गंभीर कदम उठाने की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके।
क्या कदम उठाएगा प्रशासन
अब यह देखना होगा कि टीकमगढ़ प्रशासन पूरी तरह से जांच करने के बाद ही इन ट्रकों को छोड़ने की अनुमति देता है और कड़े नियमों का पालन करवाता है। बिना फिटनेस, बीमा और टैक्स के ट्रकों का परिचालन अवैध है और इस पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
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