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मध्य प्रदेश में मई महीने से बिजली बिल में बड़ी बढ़ोतरी होने जा रही है। इस माह, बिजली उपभोक्ताओं को सरचार्ज और टैरिफ वृद्धि के कारण अधिक भुगतान करना पड़ेगा। मई में बिल पर कुल 4.67% सरचार्ज और 3.46% टैरिफ वृद्धि लागू होगी, जिससे 300 यूनिट तक की खपत पर बिल में 201 रुपए तक का इजाफा हो सकता है।
सारचार्ज और टैरिफ वृद्धि
मध्य प्रदेश में बिजली बिल में वृद्धि का कारण है यूल एंड पावर परचेस एडजस्टमेंट सरचार्ज (UYC surcharge) और बिजली दरों में वृद्धि। जब भी बिजली की खपत की कीमतों में उतार-चढ़ाव होता है, इन सरचार्जेस का उद्देश्य बिजली की उत्पादन और आपूर्ति लागत में अंतर को संतुलित करना होता है। यह वृद्धि 4.67 फीसदी के साथ लागू होगी, जिसमें मार्च में घटाए गए 0.75 फीसदी के सरचार्ज को भी समाहित किया गया है।
इसके अलावा, अब टाइम ऑफ दि डे (TOD) टैरिफ भी लागू हो गया है। इसके तहत सुबह 6 से 10 बजे तक और शाम 6 बजे से रात 9 बजे तक की बिजली खपत पर 20% अतिरिक्त शुल्क लिया जाएगा। यह बदलाव विशेष रूप से उन उपभोक्ताओं के लिए है जिनकी खपत दिन के पीक ऑवर्स में ज्यादा होती है।
टाइम ऑफ दि डे का क्या होगा असर
अब मध्य प्रदेश में एक लाख से अधिक उपभोक्ताओं को "टाइम ऑफ दि डे" (TOD) टैरिफ के तहत रखा जाएगा, जिसका प्रभाव उनके Electriciry Bills पर पड़ेगा। इन उपभोक्ताओं को पीक ऑवर्स के दौरान 20% अधिक भुगतान करना होगा। इसका उद्देश्य बिजली खपत के समय में सुधार लाना और ऊर्जा की बचत करना है।
क्या है यूल एंड पावर परचेस एडजस्टमेंट सरचार्ज?
यूल एंड पावर परचेस एडजस्टमेंट सरचार्ज विद्युत वितरण कंपनियों द्वारा वसूला जाने वाला शुल्क है। यह शुल्क ऊर्जा और बिजली खरीद लागत में होने वाले उतार-चढ़ाव को संतुलित करने के लिए लगाया जाता है। मध्य प्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने 2021 में नियमों में संशोधन कर डिस्कॉम (बिजली वितरण कंपनियों) को मासिक आधार पर इस सरचार्ज को लागू करने की अनुमति दी है, जिससे उन्हें बार-बार नियामक की स्वीकृति की आवश्यकता नहीं होती।
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महंगी बिजली से बचने के उपाय
बिजली की कीमतों में वृद्धि के बावजूद, कुछ उपायों के द्वारा उपभोक्ता अपनी खपत और बिल में कमी कर सकते हैं:
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ऊर्जा दक्षता बढ़ाएं: एलईडी लाइट्स, इन्वर्टर एसी और एनर्जी एफिशिएंट मोटर का उपयोग करें।
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स्मार्ट मीटर लगवाएं: बिजली की खपत की मॉनिटरिंग के लिए स्मार्ट मीटर लगवाएं ताकि आप अपने बिल पर नियंत्रण रख सकें।
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बिजली बचत के उपकरणों का उपयोग करें: रिन्यूएबल एनर्जी, जैसे सोलर पैनल और बैटरी स्टोरेज सिस्टम का उपयोग करें।
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ऑटोमेशन का प्रयोग करें: उपकरणों को स्मार्ट टाइमर पर सेट करें ताकि वे सस्ती दरों वाले समय में चलें।
बिजली उपभोक्ताओं की संख्या और बदलाव
भोपाल में करीब 2.86 लाख स्मार्ट मीटर का लक्ष्य तय किया गया है, जिसमें से 50,000 मीटर स्थापित किए जा चुके हैं। आने वाले वर्षों में इस संख्या में और वृद्धि हो सकती है, जिससे उपभोक्ता अपनी बिजली खपत की निगरानी और बेहतर तरीके से कर सकेंगे।
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