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JABALPUR. जबलपुर के जिला अस्पताल विक्टोरिया में EOW की टीम ने छापामार कार्रवाई की है। टीम ने अकाउंट सेक्शन से भारी मात्रा में दस्तावेज जब्त किए। कार्रवाई फिलहाल जारी है। यह छापा मेडिकल रीइंबर्समेंट बिलों में घोटाले की शिकायत पर मारा गया। घोटाले में करोड़ों रुपए का गड़बड़झाला शामिल है।
अकाउंट सेक्शन में चल रही है दस्तावेजों की जब्ती
डीएसपी स्वर्णजीत सिंह धामी की अगुवाई में ईओडब्ल्यू ने तलाशी ली। सिविल सर्जन नवीन कोठारी की मौजूदगी में यह कार्रवाई हुई। टीम ने 2009 से 2020 तक के रिकॉर्ड जब्त किए। कई फाइलें और बिल रजिस्टर भी जब्त किए गए। अस्पताल प्रशासन और अकाउंट स्टाफ से पूछताछ की जा रही है।
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17 बार मांगी गई थी जानकारी
ईओडब्ल्यू सूत्रों के मुताबिक, 2022 से 2025 के बीच स्वास्थ्य विभाग को 17 बार पत्र लिखकर जानकारी मांगी गई थी। लेकिन विभाग ने जवाब नहीं दिया। बार-बार की अनदेखी के बाद कार्रवाई की गई। अब टीम इन दस्तावेजों की जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि रीइंबर्समेंट क्लेम में किस स्तर पर फर्जीवाड़ा हुआ।
जांच के घेरे में बड़े अधिकारी
सूत्रों ने संकेत दिए हैं कि जांच का दायरा अस्पताल के बाहर तक जा सकता है। स्वास्थ्य विभाग घोटाला में कई वरिष्ठ अधिकारी भी इसकी जद में आ सकते हैं। बताया जा रहा है कि छापे के दौरान टीम ने कुछ ऐसी फाइलें भी देखी हैं जो फर्जी शैक्षणिक योग्यता के आधार पर नियुक्तियों से जुड़ी हैं। फिलहाल ईओडब्ल्यू की कार्रवाई जिला अस्पताल में जारी है और दस्तावेजों की जब्ती देर शाम तक जारी रहने की संभावना है।