आज राजवाड़ा में मोहन कैबिनेट की बैठक, पटिए-गद्दों पर बैठकर करेंगे प्रदेश के भविष्य का निर्णय
इंदौर में आज कैबिनेट बैठक में मेट्रोपॉलिटन बिल 2025, अद्वैत लोक प्रोजेक्ट और विकसित भारत मिशन 2047 दस्तावेज को मंजूरी मिल सकती है। इससे भोपाल और इंदौर में शहरी विकास को नई गति मिलेगी।
MP News : मोहन यादव सरकार एक बार फिर से ऐतिहासिक फैसले लेने की दिशा में आगे बढ़ रही है। आज (मंगलवार) इंदौर के राजवाड़ा में राज्य कैबिनेट की बैठक होने जा रही है, जिसमें कई अहम प्रस्तावों पर मुहर लगने की संभावना है। इस कैबिनेट बैठक की सबसे खास बात यह है कि इसमें मध्य प्रदेश मेट्रोपॉलिटन नियोजन एवं विकास अधिनियम 2025 को मंजूरी दी जा सकती है। इस अधिनियम के लागू होने से भोपाल और इंदौर को मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया जाएगा।
क्या है मेट्रोपॉलिटन बिल 2025...?
इस प्रस्तावित अधिनियम के अंतर्गत मेट्रोपॉलिटन प्लानिंग कमेटी और मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी का गठन किया जाएगा। इसका उद्देश्य नगर निगमों और नगरपालिका क्षेत्रों के बीच समन्वय बनाकर योजनाओं के समुचित क्रियान्वयन को सुनिश्चित करना है।
हर मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र के लिए मेट्रोपॉलिटन प्लानिंग कमेटी (एमपीसी) और मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (एमआरडीए) का गठन किया जाएगा। यह संस्थाएं क्षेत्र में सभी विकास कार्यों की निगरानी और समन्वय करेंगी, मुख्यमंत्री के समक्ष इस प्रस्ताव का विस्तृत प्रेजेंटेशन पहले हो चुका है।
ऐतिहासिक स्थान पर ऐतिहासिक बैठक :-
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1945 के बाद पहली बार दरबार जैसा दृश्य
कैबिनेट बैठक का आयोजन इंदौर के प्रतिष्ठित गणेश हॉल में किया गया है। इस ऐतिहासिक हॉल में 1945 के बाद पहली बार इस तरह की बैठक हो रही है। बैठक में उस ऐतिहासिक परंपरा को पुनर्जीवित किया जाएगा, जहां सिंह की आकृति वाले लोट रखे जाते थे। इस ऐतिहासिक हॉल में मुख्यमंत्री और मंत्रीगण पटिए और गद्दों पर बैठेंगे।
बैठक के बाद मुख्यमंत्री और मंत्रियों के लिए भोज का आयोजन भी राजवाड़ा परिसर में ही किया जाएगा। इस भोज की खास बात यह है कि लकड़ी के बर्तनों का प्रयोग किया जाएगा, जो एक पर्यावरण अनुकूल और स्वच्छता आधारित नवाचार है।
भोपाल मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र - पांच जिलों की साझेदारी:
भोपाल
सीहोर
रायसेन
विदिशा
राजगढ़ (ब्यावरा)
(मंडीदीप को भी इस क्षेत्र में शामिल करते हुए, सरकार ने पहले से ही मेट्रोपॉलिटन योजना को कैबिनेट से स्वीकृति दिलाई थी।)
यातायात, जल, स्वच्छता और पर्यावरण सुधार योजनाओं को लागू करना
नगरीय निकायों के बीच तालमेल बनाना
भूमि उपयोग और आधारभूत ढांचे का नियोजन
अद्वैत लोक प्रोजेक्ट को भी मिल सकती है मंजूरी
ओंकारेश्वर में अद्वैत लोक के निर्माण के लिए 2200 करोड़ की मंजूरी। यह प्रोजेक्ट आदि शंकराचार्य की विचारधारा और दर्शन को दर्शाने वाला होगा। सरकार की योजना है कि यह प्रोजेक्ट सिंहस्थ 2028 से पहले पूरा कर लिया जाए।
2047 विजन डॉक्यूमेंट का ड्राफ्ट भी होगा पेश
कैबिनेट बैठक में विकसित भारत मिशन 2047 के अंतर्गत मध्य प्रदेश का विजन डॉक्यूमेंट भी प्रस्तुत किया जाएगा। इसका उद्देश्य है आने वाले 25 वर्षों में राज्य को आर्थिक, सामाजिक और तकनीकी रूप से आत्मनिर्भर बनाना।
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