मुरैना जहरीली शराब मामलाः 24 की गई थी जान, 14 दोषियों को मिली 10 साल की सजा

मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में 2021 में जहरीली शराब पीने से 24 लोगों की जान गई थी। अब स्थानीय अदालत ने 14 आरोपियों को दोषी ठहराते हुए 10 साल की सजा सुनाई है।

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Sandeep Kumar
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Photograph: (thesootr)

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Morena. मुरैना के छैरा जहरीली शराब केस में जिला कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। जौरा कोर्ट ने 14 आरोपियों को 10 साल की सजा सुनाई है। साथ ही 11 आरोपियों पर 1 लाख 32 हजार रुपए जुर्माना लगाया है। वहीं, 3 आरोपियों पर 1 लाख 7 हजार रुपए जुर्माना लगाया गया है।

जहरीली शराब पीने से हुई थी मौत

10 जनवरी 2021 को हुई घटना में 24 लोगों की मौत हुई थी। छैरा मानपुर गांव के कई लोगों ने सस्ती लोकल शराब पी थी। इस जहरीली शराब के सेवन से तीन दिनों में 24 ग्रामीणों की मौत हो गई थी। जहरीली शराब पीने से पहले लोगों की आंखों की रोशनी गई। फिर उनकी जान चली गई। पुलिस ने 14 लोगों पर एफआईआर दर्ज की थी। चार साल बाद जौरा कोर्ट ने आरोप सही पाए। अपर सत्र न्यायाधीश ने सजा का ऐलान किया।

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इनको मिली सजा

इस मामले में दोषी शराब तस्करों मुकेश, राहुल, गिर्राज, प्रदीप, ब्रजमोहन, सुरेंद्र, अंतराम, दिनेश, मनजीत और सतीश को दस साल की सजा मिली। इन्हें 1 लाख 32 हजार का जुर्माना भी हुआ। दोषी मनमोहन, खुशी लाल, रामवीर को दस साल सजा और 1 लाख 7 हजार रुपए का जुर्माना हुआ।

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प्रशासन ने की थी कार्रवाई

24 लोगों की मौत के बाद प्रशासन ने शराब तस्करों पर कार्रवाई की थी। बड़ी मात्रा में शराब खेतों, सड़कों और नालों में पड़ी मिली। पुलिस ने आईपीसी की धारा 420, 465, 470, 471, 473 के तहत मामला दर्ज किया था। शराब कांड के बाद सरकार ने मुरैना के कलेक्टर और एसपी को हटा दिया था।

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एक-एक कर होती गई मौत

छैरा-मानपुर में जहरीली शराब का खुलासा 52 साल के एक शख्स की मौत से हुआ। परिजन ने हार्ट अटैक समझकर अंतिम संस्कार कर दिया। अगली सुबह गांव के 28 से ज्यादा लोगों को उल्टियां हुईं। गांववाले उन्हें जिला अस्पताल ले गए।

इनमें दो की इलाज से पहले और सात की जिला अस्पताल में मौत हो गई। तीन की ग्वालियर में मौत हो गई। गांववालों ने पहले ट्रैक्टर से शव ले जाने की जिद की। बाद में एम्बुलेंस से शव उतारकर मुरैना-जौरा हाईवे पर दो घंटे जाम लगाया।

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देशी शराब डैमेज करता है हार्ट-लिवर

मुरैना जहरीली शराब मामला: एक्सपर्ट डॉ. एके श्रीवास्तव के अनुसार, देशी शराब में मिथाइल अल्कोहल होता है। यह ऑप्टिक नर्व को डैमेज करता है। इसके कारण उल्टियां होती हैं और दिखाई देना बंद हो जाता है। हार्ट और लिवर भी डैमेज हो जाते हैं, जिससे मौत हो जाती है।

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