/sootr/media/media_files/2025/05/13/6sxhk7hGY4C7vrQ8z2jM.jpg)
मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में नि:शुल्क 108 एम्बुलेंस सेवा का दुरुपयोग सामने आया है। चितरंगी क्षेत्र की जननी-2 एम्बुलेंस को यूपी के मिर्जापुर जिले में देखा गया, जहां इसका उपयोग मरीजों की सेवा के बजाय सवारियों को ले जाने में किया जा रहा है। इतना ही नहीं सवारियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए उनसे रुपए भी लिए जा रहे हैं। स्थानीय लोगों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
वायरल वीडियो से मचा हड़कंप, उठे सवाल
स्थानीय लोगों ने एम्बुलेंस को यूपी की सड़कों पर चलते देखा तो शक हुआ। इसके बाद कुछ लोगों ने मोबाइल से वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया। वीडियो वायरल होते ही एम्बुलेंस सेवा पर सवाल खड़े हो गए कि आखिर मध्यप्रदेश की 108 सेवा की गाड़ी यूपी में क्या कर रही थी?
हर ट्रिप के लिए 5000 रुपए किराया
सूत्रों के मुताबिक, एम्बुलेंस को खाली समय में प्राइवेट टैक्सी की तरह उपयोग किया जा रहा था। सवारी से 5,000 लेकर उसे गंतव्य तक पहुंचाया जाता था। यह काम लंबे समय से हो रहा था। नि:शुल्क सेवा के नाम पर कमाई का ये खेल वीडियो सामने आने के बाद उजागर हुआ।
चालक से मांगा गया जवाब
वीडियो सामने आने के बाद डिस्ट्रिक्ट मैनेजमेंट ऑफिसर ने एम्बुलेंस चालक से स्पष्टीकरण मांगा है। बताया गया कि 3-4 दिन में इस पर कार्रवाई होगी। वहीं, स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रबंधन को पहले से इस दुरुपयोग की जानकारी थी, लेकिन उन्होंने इसे नजरअंदाज किया।
बार-बार दोहराई जा रही गलती, पहले भी मिली हैं शिकायतें
डिस्ट्रिक मैनेजमेंट ऑफिसर धनंजय यादव ने माना कि एम्बुलेंस के यूपी जाने की जानकारी मिली है और इसकी जांच की जा रही है। उन्होंने यह भी स्वीकारा कि यह पहला मौका नहीं है जब ऐसी शिकायत आई हो। हर महीने 108 सेवा से जुड़ी गड़बड़ियों की जानकारी मिलती रहती है।
सवालों में सरकारी एम्बुलेंस सेवा की विश्वसनीयता
इस मामले के सामने आने के बाद 108 एम्बुलेंस सेवा की पारदर्शिता और विश्वसनीयता पर सवाल उठने लगे हैं। जब आपात सेवा का उपयोग व्यावसायिक लाभ के लिए होने लगे, तो यह न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि मानवता के भी खिलाफ है।
thesootr links
छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
MP News | 108 Ambulance | 108 ambulance facility | शासकीय मद का दुरुपयोग | 108 एंबुलेंस में वसूली | एमपी एंबुलेंस सर्विस