संजय शर्मा@BHOPAL. मध्य प्रदेश में पद बढ़ाने की मांग को लेकर बीजेपी कार्यालय के बाद प्रदर्शन करने लोक शिक्षण संचालनालय पहुंचे वेटिंग शिक्षकों को पुलिस की सख्ती झेलनी पड़ी। पुलिस 50 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को घसीटते हुए वाहनों में भरकर थाने ले गई। उधर, संचालनालय के सामने सड़क पर बैठकर घंटे भर तक वेटिंग शिक्षक प्रदर्शन करते रहे पर डीपीआई कमिश्नर उनसे बात करने नहीं आईं। पुलिस ने सख्ती दिखाई जिसके चलते प्रदर्शनकारियों में भगदड़ मच गई।
प्रदर्शनकारी पदवृद्धि पर सरकार की घोषणा तक राजधानी में डटे रहने और जरूरत पड़ने पर दिल्ली जाकर पीएम से शिकायत करने की चेतावनी भी प्रशासन को दे चुके हैं। गुरुवार को पुलिस की सख्ती के बाद डीपीआई के सामने काफी देर तक अफरा-तफरी मची रही। एक साल से सरकार की बेरुखी से नाराज वेटिंग शिक्षक अब आरपार की लड़ाई में मूड में आ गए हैं। उन्होंने पदवृद्धि न करने की स्थिति में सरकार के सामने इच्छामृत्यु की मांग भी रखी है।
प्रदेश भर से वेटिंग शिक्षक पहुंचे भोपाल
बीते साल शिक्षक वर्ग-1 की चयन और पात्रता परीक्षा देने वाले शिक्षक नौकरी की मांग कर रहे हैं। वे शिक्षा विभाग द्वारा कम पदों पर भर्ती और घोषित पदों में बैकलॉग के पद शामिल करने का विरोध कर रहे हैं। हजारों अभ्यर्थियों द्वारा चयन और पात्रता परीक्षा पास करने के बाद भी उन्हें साल भर से प्रतीक्षा सूची में रखने से नाराज बेरोजगार भर्ती के लिए आयु सीमा को भी मुद्दा बना रहे हैं। गुरुवार को इसी को लेकर प्रदेश भर से वेटिंग शिक्षक भोपाल पहुंचे। सुबह 11 बजे रानी कमलापति स्टेशन से रैली निकालकर पहले बीजेपी कार्यालय पहुंचे। यहां काफी देर तक नारेबाजी करने के बाद जब वे सीएम हाउस का घेराव करने आगे बढ़े तो पुलिस ने रोक दिया।
प्रदर्शनकारी वेटिंग शिक्षक को पुलिस ने पीटा
जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने डीपीआई का रुख कर लिया। यहां करीब घंटे भर तक प्रदर्शन के बाद भी जब लोक शिक्षण आयुक्त मिलने बाहर नहीं आईं तो नारेबाजी शुरू कर दी गई। आयुक्त से मिलने की जिद पर अड़े एक प्रदर्शनकारी को पुलिस अधिकारी ने थप्पड़ जड़ दिया। जिसके बाद माहौल गरमा गया। प्रदर्शनकारियों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस को सख्ती बरतनी पड़ी। कई प्रदर्शनकारियों को पुलिस घसीटते हुए वाहनों तक ले गई और उन्हें अलग-अलग थाने रवाना कर दिया गया। बच्चों के साथ प्रदर्शन में शामिल महिलाओं को भी पुलिस ने नहीं छोड़ा और उन्हें भी खींचते हुए वाहनों में भर दिया गया।
पदवृद्धि नहीं तो हमें इच्छामृत्यु दे दे सरकार
रतलाम, सिवनी, ग्वालियर, सीहोर, विदिशा सहित प्रदेश भर से आए वेटिंग शिक्षकों का कहना था वे सरकार से बार- बार गुहार लगा रहे हैं। बीजेपी ने विधानसभा चुनाव के मेनिफेस्टो में भी नौकरी देने का वादा किया था लेकिन अब सीएम डॉ.मोहन यादव भूल गए हैं। बेरोजगारों के हालात काफी खराब हैं। बड़ी मुश्किलों के बीच उन्होंने तैयारी की और पात्रता व चयन परीक्षा में अच्छे अंक लाए। हुआ क्या, हमें वेटिंग लिस्ट में छोड़ दिया गया। हम क्या करें, कोई सुन ही नहीं रहा। स्कूलों में पद खाली पड़े हैं, सरकार के पास दूसरी योजनाओं के नाम पर बेहिसाब बजट है तो शिक्षकों की भर्ती क्यों नहीं कर रही। सरकार अपना वादा पूरा करने पदवृद्धि नहीं कर सकती तो हमें इच्छा मृत्यु ही दे दे।
ये खबर भी पढ़ें... हाथी ने ली महावत की जान , पुलिस ने हाथी को अपनी कस्टडी में लिया
सरकार ने नहीं सुना तो पीएम से मिलने जाएंगे दिल्ली
बेरोजगार शिक्षक संघ के अध्यक्ष देवेश पालीवाल के साथ प्रदर्शन कर रहे वेटिंग शिक्षकों में भारी आक्रोश था। उन्होंने कहा कई बार सरकार के सामने हाथ फैला चुके हैं। हर विधायक, सांसद उनकी मांग का समर्थन कर रहा है तब भी सरकार नहीं सुन रही। यदि मोहन यादव की सरकार ने वर्ग-1 के वेटिंग शिक्षकों को पदवृद्धि कर नौकरी नहीं दी तो वे दिल्ली जाने मजबूर होंगे। पूरे प्रदर्शनकारी भोपाल से ही दिल्ली जाएंगे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मप्र सरकार और जनप्रतिनिधियों की शिकायत करेंगे। तेज धूप में कई सौ किलोमीटर दूर से सब भोपाल पहुंचे हैं लेकिन सीएम सहित किसी मंत्री को इतनी फुरसत नहीं कि उनकी परेशानी ही सुन ले।
Bhopal : वर्ग 1 के वेटिंग शिक्षकों ने शुरू किया आंदोलन, पद वृद्धि की मांग को लेकर उतरे सड़क पर
— TheSootr (@TheSootr) June 13, 2024
➡प्रदर्शन के दौरान महिला कैंडिडेट सड़क पर ही बेहोश हो गई#Bhopal #Teachers #News #ViralNews #MPNews @CMMadhyaPradesh pic.twitter.com/iJL2KZAGRI
thesootr links
-
छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
एमपी में शिक्षकों का विरोध प्रदर्शन, मोहन सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप, भोपाल में वेटिंग शिक्षकों का प्रदर्शन, भोपाल न्यूज, एमपी में शिक्षक भर्ती