MP CAA : एमपी सरकार ने सीएए के तहत राज्य के तीन आवेदकों को भारत की नागरिकता दी है। सीएम मोहन यादव ने मंत्रालय में सभी को भारतीय नागरिकता का प्रमाण पत्र दिया है। नागरिकता के साथ सीएम ने उनका स्वागत भी किया है। इनमें दो पाकिस्तान और एक बांग्लादेश के हैं। सीएम मोहन यादव ने कहा कि ये मूल रूप से विदेशी नहीं, अखंड भारत के हिस्सा थे।
दो पाकिस्तान के
CAA के अंतर्गत पहले आवेदक समीर सेलवानी और संजना सेलवानी के पिता पाकिस्तान के रहना वाले थे। दोनों 2012 से भारत में रह रहे हैं। CAA के अंतर्गत मई में अप्लाई किया था। तीसरी आवेदक राखी दास बांग्लादेश से हैं। इन्हें भी आज भारतीय नागरिकता का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है।
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अखंड भारत की याद दिलाता है
सीएम मोहन यादव का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नागरिकता संबंधी कठिनाई का निराकरण कर, एक ऐसा रिश्ता पुनर्स्थापित करने का प्रयास किया, जो अखंड भारत की याद दिलाता है। साथ ही उन्होंने कहा कि 1947 के पहले तत्कालीन सरकार द्वारा जो निर्णय किया गया था कि हम अपने देश में सभी अल्पसंख्यकों की रक्षा और उनका ध्यान रखेंगे। इस भरोसे से हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, ईसाई, पारसी भारत के पूर्व हिस्से बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में रह गए थे। काल के प्रवाह में उनको भारत में आने से मना कर दिया गया। उनपर प्रतिबंध लगा दिया था और इन्हें विदेशी माना जाने लगा था।
अखंड भारत के हिस्सा थे ये
सीएम ने कहा कि जबकि ये मूल रूप से विदेशी नहीं थे। ये उस अखंड भारत के हिस्सा थे। ये सिर्फ तत्कालीन सरकार के भरोसे से वहां रह गए थे। बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सरकारें उनकी सुरक्षा उपलब्ध नहीं कर रही थी।
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सीएए से हमारे परिवार के लोग आ रहे
सीएम यादव ने कहा कि सीएए से हमारे परिवार के लोग हमारे ही आ रहे हैं। यह लोग अपने धर्म को बचाने के लिए अपने मूल देश में आ रहे हैं। अगर वहां ये धर्म बदल लेते तो वहीं रह सकते थे। डॉ यादव ने कहा कि पीएम ने बड़ा काम किया है। एमपी में जो भी आएगा उन सभी का स्वागत होगा।
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