मध्य प्रदेश की स्कूली किताबों में बदलाव: छात्र पढ़ेंगे भगवान परशुराम, सावित्रीबाई फुले और ज्योतिबा फुले की जीवनी

नए शिक्षा सत्र से स्कूल शिक्षा विभाग पाठ्य पुस्तकों में बड़े बदलाव करने जा रहा है। पिछले साल मुगलों से जुड़े पाठ सिलेबस से हटा दिए गए थे। अब नए सत्र से भगवान परशुराम को पढ़ाया जाएगा।

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Pratibha ranaa
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पाठ्य पुस्तकों में बदलाव

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BHOPAL. दरअसल नए शिक्षा सत्र से स्कूल शिक्षा विभाग पाठ्य पुस्तकों में बड़े बदलाव होने जा रहा है। नए सत्र से भगवान परशुराम को 8वीं की हिंदी में पढ़ाया जाएगा, जबकि 5वीं में सावित्री बाई फुले और ज्योतिबा फुल के जीवन से जुड़े प्रसंगों को भी पढ़ाया जाएगा। बता दें, फुले भारत के पहले बालिका विद्यालय की पहली प्रिंसिपल और पहले महिलाओं के स्कूल की संस्थापक थीं। उनके पति ज्योतिबा फुले समाज सुधारक थे। 

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पाठ्य पुस्तकों में बदलाव ऐसे होगा

नए शैक्षणिक सत्र 2025 से आठवीं कक्षा में भगवान परशुराम की जीवनी 8वीं की हिंदी में पढ़ाई जाएगी। वहीं 5वीं में सावित्रीबाई फुले और ज्योतिबा फुल के जीवन से जुड़े प्रसंगों को भी पढ़ाया जाएगा।

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सिलेबस में ये भी शामिल

जानकारी के मुताबिक 2025 से स्कूल शिक्षा विभाग पाठ्य पुस्तकों में बड़े बदलाव के साथ सिलेब्स में जनजातीय नायक राजा शंकर शाह और रघुनाथ शाह को भी शामिल किया जाएगा। ये गोंड शासक थे और उन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया था।

पाठ्य पुस्तकों में बदलाव