कांग्रेस का 84वां अधिवेशन आज से अहमदाबाद में आरंभ हो रहा है। यह दो दिवसीय (8 और 9 अप्रैल) कार्यक्रम होगा। पार्टी 64 साल बाद गुजरात में यह आयोजन कर रही है। इससे पूर्व 1961 में भावनगर में अधिवेशन हुआ था, जो स्वतंत्रता के बाद राज्य में कांग्रेस का पहला अधिवेशन था। कार्यक्रम की शुरुआत कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक से होगी, जो सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय स्मारक में आयोजित की जाएगी।
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1700 से अधिक प्रतिनिधि शामिल होंगे
मुख्य अधिवेशन 9 अप्रैल को आयोजित होगा, जिसमें देशभर से कांग्रेस कमेटियों के 1700 से अधिक प्रतिनिधि शामिल होंगे। यह आयोजन साबरमती रिवर फ्रंट पर होगा, जहां एक विशेष VVIP डोम तैयार किया गया है। इस अधिवेशन का थीम है न्यायपथ: संकल्प, समर्पण और संघर्ष। इस बैठक में CWC के सदस्य, कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष और अन्य वरिष्ठ नेता भाग लेंगे।
एमपी कांग्रेस से 87 लोगों का डेलीगेशन
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अधिवेशन में शामिल होने के लिए मध्य प्रदेश से 87 लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल अहमदाबाद गया है। इस प्रतिनिधिमंडल में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, पीसीसी चीफ जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार सहित लगभग 22 विधायक और 5 सचिव शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, पार्टी के चुनाव अधिकारी और अन्य वरिष्ठ नेता भी इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं।
जिन नामों पर आपत्ति वही लोग पहुंचे
जानकारी के अनुसार, इन 87 व्यक्तियों में से लगभग एक दर्जन नाम ऐसे हैं जिन्हें एआईसीसी से अभी तक मंजूरी नहीं मिली है। नियमों के अनुसार, प्रतिनिधिमंडल की सूची पीसीसी द्वारा एआईसीसी को भेजी जानी चाहिए, जिसके बाद ही उन्हें अधिवेशन में भाग लेने की अनुमति मिलती है। हालांकि, 27 मार्च को तैयार की गई सूची पर विवाद होने के कारण नए नामों पर सहमति नहीं बन पाई। इसके बावजूद, उन्हीं नए लोगों को प्रतिनिधिमंडल में शामिल किया गया है।
पदाधिकारियों की सफाई
इस मामले में पार्टी पदाधिकारियों का कहना है कि प्रतिनिधिमंडल का चयन निर्धारित मापदंडों के अनुसार किया गया है। कांग्रेस महासचिव संजय कामले ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल में शामिल होने वाले व्यक्तियों का चयन पार्टी के नियमों और मानदंडों के आधार पर किया गया है।
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ये हैं विवादित नाम
विवादित नामों में पार्टी महासचिव गौरव रघुवंशी का नाम प्रमुख है, जिस पर पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन ने आपत्ति जताई थी। इसके अलावा, रायसेन से सुरेश पचौरी के स्थान पर कुणाल चौधरी और श्योपुर से रामनिवास रावत के स्थान पर मुरैना से विधायक पंकज उपाध्याय का नाम भी जोड़ा गया है।
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