मध्य प्रदेश के पूर्व आरटीओ कांस्टेबल सौरभ शर्मा की गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरुण यादव ने जांच एजेंसियों पर सवाल उठाए हैं। अरुण यादव ने सौरभ शर्मा के सरेंडर/गिरफ्तारी पर तीसरी बार सरकार से सवाल किया है। उन्होंने मामले को लेकर सोशल मीडिया पर एक्स पोस्ट किया है।
किन किन पर गिरेगी गाज ?
अरुण यादव ने एक्स पर लिखा कि पिछले सवालों के जवाब अभी तक नहीं मिले हैं। Saurabh Sharma के राज से कौन-कौन प्रभावित होंगे? जब सौरभ के मामले में लुकआउट नोटिस जारी किया गया था, तब जांच एजेंसियों को देश और प्रदेश में उनके आने की जानकारी क्यों नहीं मिली? क्या जांच के लिए एजेंसियां हैं या फिर सौरभ शर्मा को बचाने के लिए सारी जांच एजेंसियां लगी हुई हैं? सौरभ शर्मा 24 घंटे भोपाल में कहां रहे, जांच एजेंसियां पूरी रात क्यों सोती रहीं? क्या यह भी सच है कि इन 24 घंटों के दौरान उनकी सुरक्षा के सारे इंतजाम मौजूदा मंत्रिमंडल के एक सदस्य ने ही किए थे? क्या सौरभ शर्मा से पूछताछ की वीडियो रिकॉर्डिंग सार्वजनिक की जाएगी?
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पहले पुछे ये 10 सवाल
- Saurabh Sharma की परिवहन विभाग में हुई अवैध अनुकंपा नियुक्ति को लेकर विभिन्न तरह का प्रमाण सामने आ रहे हैं! यह भी सच है कि यह अवैध नियुक्ति तत्कालीन परिवहन मंत्री के कार्यकाल के दौरान हुई थी, उन्होंने अपने एक बयान (सार्वजनिक हुई वीडियो क्लिपिंग) में स्वीकार किया है कि यह नियुक्ति अवैध थी, अब भूपेंद्र सिंह जी को वह सच्चाई भी उजागर करना चाहिए कि इस अवैध नियुक्ति को उन्होंने किसके दबाव में की और उन पर किस मौजूदा उप मुख्यमंत्री पद पर काबिज नेता ने दबाव बनाकर इस आदेश को जारी करवाया था?
- पूर्व परिवहन मंत्री जब बता रहे हैं कि सरगना कौन है तो अभी तक सरकार उसके नाम का खुलासा क्यों नहीं कर रही है? क्या सरकार को गद्दारों का दबाव है?
- सौरभ का अभी तक कोई भी जांच एजेंसी पता क्यों नहीं लगा पाई है कि आखिर वो कहां है?
- क्या जांच एजेंसियों ने जांच पर अघोषित ब्रेक लगा दिया है, क्योंकि अभी तक कोई भी ठोस जानकारी किसी के पास भी नहीं है?
- सौरभ के यहां से मिली डायरी को अभी तक सार्वजनिक क्यों नहीं किया गया? क्या किसी का दबाव जांच एजेंसियों पर है?
- सौरभ की विभागीय जांच कौन कर रहा है? अगर नहीं हो रही तो किसके दबाव में नहीं हो रही?
- परिवहन विभाग में एक ही रैंक के दो वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को अलग-अलग पद पर क्यों बिठाया? क्या एक की सेटिंग सीधे दिल्ली से थी?
- तीन एजेंसियों ने छापेमार कार्रवाई की, लेकिन सबके संपत्ति के आंकड़े अलग-अलग क्यों? क्या कोई जांच एजेंसी सौरभ को बचाने का कुप्रयास कर रही है?
- जब सौरभ की शिकायत ईओडब्लू में हुई थी, तब जांच में उसे क्लीन चिट किसके दबाव में दी गई थी?
- वो कौन राजनेता एवं अफसर है, जो सौरभ शर्मा को संरक्षण दे रहे थे? उनके नामों का खुलासा कब होगा? क्या उन्हीं नेताओं एवं अफसरों से सौरभ को जान का खतरा है?