BHOPAL. मध्य प्रदेश के गुना में एक प्राइवेट स्कूल में छात्र को संस्कृत का श्लोक पढ़े जाने से रोकने के बाद जमकर हंगामा हो गया। यहां अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने स्कूल पहुंचकर जमकर हंगामा किया। बवाल के बीच प्रिंसिपल ने सफाई देते हुए माफी भी मांगी। अब मामले में पुलिस ने आरोपी प्रिंसिपल के खिलाफ केस दर्ज किया है।
प्रिंसिपल ने छात्र के हाथ से छीना माइक
पूरा मामला गुना के वंदना कॉन्वेंट स्कूल का है। सुबह की प्रार्थना के दौरान छठी क्लास के बच्चे संस्कृत का श्लोक पढ़ रहे थे। 'सर्वे भवंतु सुखिना सर्वे संतु निरामया' मंच से एक छात्र ने जैसे ही इस श्लोक को बोला वैसे ही प्रिंसिपल ने उसके हाथ से माइक छीन लिया। कान्वेंट स्कूल की प्रिंसिपल ने कहा कि यह सब शायरी यहां नहीं चलेगी।
प्रिंसिपल ने कहा- हिंदी नहीं केवल अंग्रेजी चलेगी
आरोप के मुताबिक डांट लगाते हुए कहा कि यहां श्लोक नहीं पढ़ा जाएगा। कोई भी छात्र हिंदी में नहीं बोलेगा। यहां केवल अंग्रेजी बोली जाएगी। एक छात्र ने अपने पिता को स्कूल की घटना के बारे में बताया। उन्होंने हिंदू संगठनों और एबीवीपी कार्यकर्ताओं को इसकी जानकारी दी। जिला शिक्षा अधिकारी से भी शिकायत की।
एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने की नारेबाजी
मामले को लेकर एबीवीपी के कार्यकर्ता स्कूल पहुंचकर नाराजगी जताते हुए गेट पर जमकर नारेबाजी की। मौके पर पहुंची पुलिस ने कार्यकर्ताओं ने स्कूल का गेट खोलने से रोका। इस दौरान कार्यकर्ता स्कूल प्रिंसिपल को बुलाने पर अड़े रहे।
प्रिंसिपल ने मांगी माफी
हंगामा बढ़ता देख प्रिंसिपल सिस्टर कैथरीन ने गेट पर पहुंची और उन्होंने सभी के सामने आकर माफी मांगी। उन्होंने कहा उस दिन अंग्रेजी में बोलने का दिन था, इसलिए छात्र को रोका गया था। अगर किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची हो तो वह माफी मांगती हैं। उन्होंने कहा कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती हैं।
प्रिंसिपल सिस्टर कैथरीन पर एफआईआर
इस दौरान एबीवीपी ने कहा कि जिस श्लोक को पढ़ने से छात्र को रोका गया, अब उस श्लोक को रोज स्कूल की प्रेयर में पढ़ा जाए। उन्होंने प्रिंसिपल को स्कूल से निष्कासित करने की मांग भी की। भारी हंगामे के बीच जिला शिक्षा अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और उनके आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ। इधर, कार्यकर्ता सक्षम दुबे की शिकायत पर कोतवाली में प्रिंसिपल सिस्टर कैथरीन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
प्रिंसिपल को नोटिस जारी
मामले में जिला शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर सिसोदिया ने प्रिंसिपल को नोटिस जारी किया। जवाब में स्कूल मैनेजमेंट ने कहा कि सुबह क्रमवार बच्चों को हिंदी और इंग्लिश में बोलने को कहा जाता है। उस दिन में अंग्रेजी में स्पीच देना तय था, लेकिन छात्र ने स्पीच हिंदी शुरू की। इसलिए टीचर ने अंग्रेजी में बोलने को कहा।
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