हाईटेक हो रही एमपी पुलिस, भीड़ को काबू करने अब ड्रोन से छोड़ी जाएगी आंसू गैस
मध्यप्रदेश पुलिस अब भीड़ नियंत्रण के लिए ड्रोन से आंसू गैस के गोले छोड़ेगी। यह तकनीक बीएसएफ और सेना के बाद पहली बार किसी राज्य पुलिस द्वारा अपनाई जा रही है।
मध्य प्रदेश पुलिस हाईटेक होती जा रही है। एमपी में पुलिस अब प्रदर्शन में जुटने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अत्याधुनिक ड्रोन टियर स्मोक लांचर (Drone Tear Smoke Launcher) का उपयोग करेगी। यह तकनीक बीएसएफ और सेना के बाद पहली बार किसी राज्य पुलिस द्वारा अपनाई जा रही है। इस ड्रोन के जरिए 3 किमी की दूरी से आंसू गैस के गोले छोड़े जा सकेंगे, जिससे पुलिस और भीड़ के बीच सीधा टकराव कम होगा।
कैसे काम करेगा ड्रोन?
एमपी पुलिस का हाईटेक ड्रोन 3 किमी की रेंज: ड्रोन 2 से 3 किमी की दूरी से ऑपरेट किया जा सकेगा। 24 आंसू गैस के गोले एक बार में लेकर यह ड्रोन उड़ सकता है, जिससे एक उड़ान में 24 टियर स्मोक पैलेट छोड़े जा सकेंगे। इसके साथ ही लाइव स्ट्रीमिंग से भी गतिविधियों पर नजर रखी जा सकेगी।
ड्रोन की खास बातें
विशेषता
विवरण
उड़ान की अवधि
40 मिनट
उड़ान की ऊंचाई
120 मीटर
वजन उठाने की क्षमता
6 किलोग्राम
रेंज
2-3 किमी
कीमत
36 लाख रुपए
बीएसएफ बनाती है ड्रोन
देशभर में आंसू गैस के गोले गिराने वाले ड्रोन का निर्माण केवल बीएसएफ (BSF) टेकनपुर अकादमी द्वारा किया जाता है। 2022 में इस तकनीक का विकास हुआ था और अब इसे मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा अपनाया जा रहा है। पहले चरण में 20 ड्रोन के लिए 7.21 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है।