MP NEWS: मध्य प्रदेश के डीजीपी कैलाश मकवाना ने पुलिस अफसरों के लिए एक नया आदेश जारी किया है। आदेश में कहा गया है कि अब पुलिस अधिकारियों को सांसदों और विधायकों को सैल्यूट करना होगा। इस आदेश में कहा गया है कि जनप्रतिनिधियों के साथ शिष्ट व्यवहार में कोई कमी नहीं होनी चाहिए और अगर कोई सांसद या विधायक मिलने के लिए आते हैं, तो उन्हें प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
सांसदों और विधायकों का करना होगा सम्मान
डीजीपी कैलाश मकवाना ने यह निर्देश 24 अप्रैल 2025 को जारी किए। इसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को सांसदों और विधायकों से मिलने पर उनका सम्मानपूर्वक स्वागत करना होगा। इसके तहत, सांसदों और विधायकों के साथ शिष्टाचार का पालन करते हुए उन्हें अभिवादन करना अनिवार्य होगा। चाहे वह सरकारी कार्यक्रम हो या सामान्य मुलाकात।
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सांसदों और विधायकों से संवाद
DGP ने निर्देशित किया कि जब सांसद या विधायक पुलिस अधिकारियों से अपने क्षेत्रों में जनता की समस्याओं के बारे में संपर्क करें। उस समय अधिकारियों-कर्मचारियों की जिम्मेदारी होगी वो सांसदों-विधायकों से बात करते समय उनका ध्यानपूर्वक संवाद सुनें और सम्मानपूर्वक व्यवहार करें।
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नवंबर 2024 में सलामी पर लगी थी रोक
नवंबर 2024 में मध्य प्रदेश सरकार ने एक आदेश जारी किया था। इसमें मुख्यमंत्री, मंत्रीगण, और पुलिस अधिकारियों को दी जाने वाली सलामी पर रोक लगाई गई थी। इस आदेश के तहत केवल महामहिम राज्यपाल को ही सलामी दी जाएगी। अब यह देखा जा रहा है कि इस आदेश का कड़ाई से पालन नहीं हो रहा है, जिससे परेड में लगे कर्मचारियों की ड्यूटी पर असर पड़ रहा है। इस प्रथा को लेकर आलोचना भी की जा रही है, क्योंकि यह प्रथा अंग्रेजों की याद दिलाती है और लोकतांत्रिक प्रणाली से मेल नहीं खाती।
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