/sootr/media/media_files/2025/10/28/mp-rewa-ig-gaurav-rajput-police-warning-nasha-business-2025-10-28-10-13-05.jpg)
रीवा रेंज के आईजी गौरव राजपूत ने सोमवार, 28 अक्टूब को एक कार्यक्रम में पुलिसकर्मियों को सख्त चेतावनी दी। यह कार्यक्रम नशे के खिलाफ ऑपरेशन प्रहार-2 (Operation Prahar-2) के तहत किया गया था।
उन्होंने कहा कि यदि कोई पुलिसकर्मी नशे के कारोबार में शामिल पाया गया तो उसे किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। आईजी ने यह भी कहा कि नशे की बिक्री थानेदारों की जानकारी के बिना नहीं हो सकती। मेरे पास ऐसे पुलिसकर्मियों की एक पूरी सूची तैयार है।
पुलिसकर्मियों से की सचेत रहने की अपील
आईजी गौरव राजपूत ने साफ तौर पर कहा कि पिछले चार महीनों में कई पुलिसकर्मियों के नाम चिन्हित किए जा चुके हैं।
उन्होंने पुलिसकर्मियों से यह अपील की कि जो लोग गलत रास्ते पर हैं, वे समय रहते सुधर जाएं। यदि किसी ने अपनी आदतें नहीं बदलीं, तो उन्हें 15 दिन बाद शुरू होने वाले अभियान के कड़े परिणामों का सामना करना पड़ेगा।
प्रदेश की कानून व्यवस्था की पोल अब पुलिस अफसर ही खोल रहे हैं|
— Umang Singhar (@UmangSinghar) October 28, 2025
रीवा के आईजी का बयान साफ़ कहता है कि थानेदारों की मिलीभगत के बिना नशीले सिरप की बिक्री असंभव है!
यह बयान केवल रीवा का नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश की भ्रष्ट और नशे में डूबी व्यवस्था की सच्ची तस्वीर है।
मैंने कई बार मंचों… pic.twitter.com/CEKPUQdlbw
ये खबर भी पढ़िए...दवाओं पर बारकोड सिस्टम लागू करने वाला मध्यप्रदेश बना पहला राज्य
नशीली कफ सिरप का बढ़ता कारोबार
आईजी ने इस अवसर पर नशीली कफ सिरप (codeine cough syrup) के बढ़ते कारोबार पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि यह सिरप अब केवल शहरी इलाकों तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि यह गांवों, गलियों और मोहल्लों में भी पहुंच चुका है। उन्होंने पुलिसकर्मियों से अपील की कि वे इस खतरे को गंभीरता से लें और अपनी जिम्मेदारी निभाएं।
आईजी गौरव राजपूत की चेतावनी वाली खबर पर एक नजर...
|
नशीली सिरप पर पुलिस की कार्रवाई
आईजी ने यह भी बताया कि एमपी पुलिस ने हाल ही में नशीली कफ सिरप के खिलाफ कई बड़ी कार्रवाई की है। 7 अक्टूबर 2025 को शहडोल के देवलोंद थाना क्षेत्र में 180 शीशी नशीली सिरप जब्त की गई थी, और तीन लोग गिरफ्तार हुए थे।
इसके बाद 21 अक्टूबर 2025 को रीवा के सोहागी थाना क्षेत्र में 1320 शीशी नशीली सिरप बरामद की गई, जिसकी कीमत करीब 6 लाख रुपए थी। उसी दिन मऊगंज में 4500 शीशी नशीली सिरप जब्त की गई, जो उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) से मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) लाई जा रही थी।
इसके बाद 26 अक्टूबर 2024 को रीवा में 600 पेटी नशीली सिरप जब्त की गई, जिसकी कीमत 1.22 करोड़ रुपए बताई गई।
ये खबर भी पढ़िए...MP News: छिंदवाड़ा कफ सिरप कांड: देशभर में सिरप की जांच अब जरूरी, अब तक 25 मौतें
अब तक 26 मासूमों की जान गई
बुधवार, 15 अक्टूबर तक कोल्ड्रिफ कफ सिरप से बच्ची की मौत हो गई थी। इसके समेत अब तक 26 बच्चों की मौत हो चुकी है। इस मामले में 14 अक्टूबर को एसआईटी ने बड़ी कार्रवाई की थी। टीम ने श्रीसन फार्मास्युटिकल कंपनी की 61 वर्षीय केमिकल एनालिस्ट के. महेश्वरी को कांचीपुरम, चेन्नई से गिरफ्तार किया था। इससे पहले छिंदवाड़ा पुलिस कंपनी के मालिक जी. रंगनाथन और दवा लिखने वाले डॉक्टर प्रवीण सोनी समेत कई जिम्मेदार लोगों को पकड़ चुकी है।
क्या है कफ सिरप कांड?
छिंदवाड़ा समेत मध्य प्रदेश के कई जिलों में बीते कुछ महीनों से बच्चों में गंभीर बीमारियों और मौत के पीछे एक संदिग्ध कफ सिरप को जिम्मेदार माना जा रहा है। जांच एजेंसियां सिरप के सैंपल की फॉरेंसिक जांच में जुटी हैं।
/sootr/media/agency_attachments/dJb27ZM6lvzNPboAXq48.png)
Follow Us