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मध्य प्रदेश में पुलिसकर्मियों पर हो रहे हमले थमने का नाम नहीं ले रहे। भोपाल में पुलिसकर्मी पर हमले का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि अब सतना के जैतवारा थाने में ड्यूटी पर तैनात प्रधान आरक्षक प्रिंस गर्ग को गोली मार दी गई। यह सनसनीखेज घटना सवाल खड़े करती है कि जब पुलिस स्टेशन में पुलिसकर्मी सुरक्षित नहीं हैं तो आम जनता की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित होगी?
गोली मारकर आरोपी मौके से फरार
घटना सोमवार देर रात लगभग 12:30 बजे की है। प्रधान आरक्षक प्रिंस गर्ग बैरक में भोजन कर रहे थे, तभी बाहर से आवाज सुनाई दी। जैसे ही उन्होंने बाहर देखा, एक युवक मुंह बांधे खड़ा था। गर्ग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही युवक ने कट्टे से फायर कर दिया। गोली उनके कंधे के पास लगी और हमलावर मौके से भाग निकला। घटना के बाद थाने में अफरातफरी मच गई।
घायल आरक्षक को मेडिकल कॉलेज किया रेफर
गोली लगने के बाद साथी पुलिसकर्मी घायल प्रधान आरक्षक को तुरंत जिला अस्पताल ले गए। सीटी स्कैन में शरीर के भीतर गोली न मिलने की पुष्टि हुई। फिलहाल उन्हें सतर्कता बरतते हुए बेहतर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। डॉक्टरों ने बताया कि उनकी हालत खतरे से बाहर है, लेकिन एहतियातन निगरानी रखी जा रही है।
जीतू बोले- एमपी में जंगलराज
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने इस मामले में सरकार को घेरा। जीतू पटवारी ने कहा की एमपी में जंगलराज है। उन्होंने लिखा कि एमपी की कानून व्यवस्था में अब तो पुलिस "पुलिस थाने" में भी सुरक्षित नहीं है।
आरोपी की पहचान में तेजी, पुलिस टीमों का गठन
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता सहित अन्य अधिकारी जिला अस्पताल पहुंचे। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने अलग-अलग टीमें रवाना कर दी हैं। प्रधान आरक्षक ने संदेह जताया है कि हमला मेहुती निवासी अच्छू गौतम ने किया हो सकता है, जो हाल ही में अपनी गाड़ी खड़ी करवाने को लेकर नाराज था। पुलिस जांच के आधार पर कार्रवाई की बात कर रही है।
एमपी में पुलिसकर्मियों पर लगातार हो रहे हमले
सतना की घटना कोई अकेला मामला नहीं है। पिछले कुछ महीनों में एमपी में पुलिस पर हमलों के कई मामले सामने आ चुके हैं, जो कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करते हैं।
28 अप्रैल 2025, भोपाल: हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर नशे में धुत बदमाशों ने एक जीआरपी हेड कांस्टेबल के साथ मारपीट की, जब उन्होंने शराब पीने से रोका था।
24 मार्च 2025, सीहोर: खेड़ी गांव में महिला और उसके परिजनों ने पुलिस टीम पर हमला कर एक एएसआई को गंभीर रूप से घायल कर दिया।
15-16 मार्च 2025, मऊगंज: अपहरण और हत्या के मामले में पुलिस को बचाव कार्य के दौरान आदिवासियों ने हमला कर दिया, जिसमें एक एएसआई की जान चली गई और कई घायल हो गए।
छतरपुर: एक थाने पर आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर भीड़ ने पथराव किया, जिससे तीन पुलिसकर्मी घायल हुए।
सागर: अपराधियों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर परिजनों ने लाठी और कुल्हाड़ी से हमला किया, दो पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए।
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कानून व्यवस्था पर उठे सवाल
मध्य प्रदेश में बढ़ती इन घटनाओं से स्पष्ट है कि पुलिसकर्मियों को अब खुद अपनी जान बचाते हुए कानून का पालन कराना पड़ रहा है। सतना की घटना ने पुलिस थानों की सुरक्षा पर भी प्रश्नचिह्न लगा दिया है। अब देखना होगा कि सरकार और पुलिस विभाग इस चुनौती का किस तरह सामना करते हैं।
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