MP News : मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों से 10वीं पास कर चुके 300 होनहार बच्चों को अब सुपर-100 योजना के तहत जेईई और नीट की तैयारी मुफ्त में कराई जाएगी। योजना में अब तक केवल 70 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र ही चयनित होते थे, लेकिन इस बार बोर्ड में कम अंक लाने वाले छात्र भी इस योजना का लाभ उठा सकेंगे। राज्य शिक्षा विभाग ने चयन प्रक्रिया में बदलाव कर एक अलग परीक्षा का प्रावधान किया है, जिससे अधिक बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी का अवसर मिलेगा।
सुपर-100 योजना का विस्तार और चयन प्रक्रिया में बदलाव
मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की मेरिट सूची में पहले 70 प्रतिशत या उससे अधिक अंक पाने वाले छात्र ही सुपर-100 योजना में शामिल होते थे। इस योजना के तहत भोपाल के शासकीय सुभाष उत्कृष्ठ उमावि और इंदौर के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मल्हाराश्रम में जेईई और नीट सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की फ्री कोचिंग प्रदान की जाती है।
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छात्र भी योजना का हिस्सा बन सकेंगे
इस बार 10वीं बोर्ड परीक्षा के परिणामों के आधार पर केवल मेरिट से चयन नहीं होगा। एक अलग परीक्षा आयोजित कर इस योजना के लिए छात्रों का चयन किया जाएगा। इस बदलाव से वे छात्र भी योजना का हिस्सा बन सकेंगे जिनके अंक 70 प्रतिशत से कम हैं।
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छात्रों की संख्या बढ़ेगी
मध्य प्रदेश ओपन बोर्ड के संचालक पीआर तिवारी ने बताया कि चयन परीक्षा की तारीख अभी तय नहीं हुई है, लेकिन जल्द ही इसकी सूचना जारी कर दी जाएगी। इस कदम से योजना में छात्रों की संख्या बढ़ेगी और अधिक छात्र इंजीनियरिंग और मेडिकल जैसे व्यावसायिक क्षेत्रों में प्रवेश के लिए मजबूत तैयारी कर सकेंगे।
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पहली श्रेणी में उत्तीर्ण छात्रों की संख्या
इस वर्ष लगभग 8 लाख छात्र 10वीं बोर्ड परीक्षा में शामिल हुए, जिनमें से 4.29 लाख छात्र प्रथम श्रेणी में सफल रहे। भोपाल और इंदौर के दो प्रमुख सरकारी स्कूलों में इन होनहार छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए विशेष कोचिंग दी जा रही है।
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यह कोचिंग न केवल जेईई और नीट के लिए है, बल्कि इंजीनियरिंग, मेडिकल, कॉमर्स और अन्य व्यावसायिक क्षेत्रों में करियर बनाने की इच्छा रखने वाले छात्रों के लिए भी उपलब्ध है। इस योजना का उद्देश्य है कि अधिक से अधिक छात्र प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर सकें और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ें।