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Photograph: (the sootr)
SEHORE. सीहोर शहर के रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की संख्या बढ़ रही है। ट्रेनों का स्टॉपेज बहुत कम होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। लोग कई बार लंबी यात्रा करने के लिए भोपाल तक जाने पर मजबूर हो जाते हैं। इस मुद्दे पर गंभीरता दिखाते हुए, भोपाल संसदीय क्षेत्र के सांसद आलोक शर्मा ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की और सीहोर रेलवे स्टेशन पर आठ विशेष ट्रेनों का स्टॉपेज बढ़ाने की मांग की।
कुबेरेश्वर धाम पर बढ़ती श्रद्धालुओं की संख्या
सीहोर जिले में कुबेरेश्वर धाम की प्रसिद्धि देशभर में है। यहां आने-जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इसके अलावा, जिले में शैक्षणिक, व्यापारिक और प्रशासनिक गतिविधियां भी बढ़ रही हैं। ऐसे में यात्रियों को बेहतर सुविधाओं की आवश्यकता है।
वर्तमान में सीहोर स्टेशन पर केवल 17 ट्रेनों का स्टॉपेज है, जबकि कोरोनाकाल से पहले 24 ट्रेनों का स्टॉपेज हुआ करता था। सांसद ने रेल मंत्री से अपील की है कि जल्द ही 8 ट्रेनों का स्टॉपेज सीहोर रेलवे स्टेशन पर स्वीकृत किया जाए।
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श्रद्धालुओं को होती है परेशानियां
सीहोर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के स्टॉपेज कम होने से देशभर के यात्रियों को समस्या हो रही है। कई बार श्रद्धालुओं को अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए भोपाल जाकर दूसरी ट्रेन पकड़नी पड़ती है। इसके अलावा, कुछ यात्रियों को निजी वाहन या बस का सहारा लेना पड़ता है। ट्रेन स्टॉपेज की मांग को लेकर पूर्व में सीहोर के नागरिकों ने रेल मंत्री को पोस्टकार्ड लिखे थे और डीआरएम को ज्ञापन भी सौंपा था, लेकिन कोई हल नहीं निकला।
कोरोना काल के बाद से बिगड़े हैं हालात
अगर हम आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2020 के कोरोना काल से पहले स्थिति बेहतर थी। उस समय सीहोर रेलवे स्टेशन पर करीब 24 ट्रेनों का स्टॉपेज नियमित रूप से हुआ करता था। लेकिन कोरोना महामारी के बाद कई ट्रेनों का स्टॉपेज जो बंद हुआ, वह आज तक दोबारा चालू नहीं हो सका है।
वर्तमान में केवल 17 ट्रेनें ही स्टेशन पर रुककर सवारियों को लेकर आगे रवाना होती हैं। जबकि सामान्य दिनों में एक दिन में 2500 से 3000 हजार के आसपास यात्री इन ट्रेनों में सफर करते हैं। त्योहारों, शादियों के सीजन या फिर कुबेरेश्वर धाम पर बड़े आयोजन के समय यह संख्या बढ़कर 10000 से 15000 हजार तक पहुंच जाती है।
हालांकि, पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल के पीआरओ खेमराज मीणा का कहना है कि अधिकांश ट्रेनें सीहोर में रुकती हैं और कोरोना में बंद हुई ज्यादातर ट्रेनें फिर से रुकने लगी हैं। लेकिन यात्रियों की मांग कुछ और ही बयां करती है।
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इन 8 प्रमुख ट्रेनों के स्टॉपेज की मांग
भोपाल सांसद आलोक शर्मा ने जिन ट्रेनों के स्टॉपेज की लिस्ट रेल मंत्री को सौंपी है, वे प्रमुख रूट्स की गाड़ियां हैं। इनकी मांग लंबे समय से की जा रही थी:
ओवर नाइट एक्सप्रेस (इंदौर से जबलपुर)
पुरी जोधपुर एक्सप्रेस (पुरी से जोधपुर)
पटना एक्सप्रेस (इंदौर से पटना)
क्षिप्रा एक्सप्रेस (इंदौर से हावड़ा)
गोरखपुर एक्सप्रेस (अहमदाबाद से गोरखपुर)
हैदराबाद एक्सप्रेस (जयपुर से हैदराबाद)
महाकाल एक्सप्रेस (इंदौर से वाराणसी)
प्रयागराज एक्सप्रेस (इंदौर से प्रयागराज)
अब देखना होगा कि रेल मंत्रालय सांसद की इस मांग पर कितनी जल्दी अमल करता है और सीहोर वासियों को यह बड़ी सौगात कब तक मिलती है।
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