मध्यप्रदेश परिवहन विभाग में नया सौरभ शर्मा! नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार बोले– मंत्री के स्टाफ में पोस्टिंग रैकेट

मध्य प्रदेश के परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार को लेकर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दो कर्मचारियों के फोटो के साथ 'एक्स' (X) पर पोस्ट कर यह आरोप लगाए हैं। परिवहन मंत्री ने इन आरोपों को गैर-जिम्मेदाराना और तथ्यहीन बताया।

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Sanjay Dhiman
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Photograph: (the sootr)

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Bhopal. मध्य प्रदेश का परिवहन विभाग फिर एक बार चर्चा में है। इस बार नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने परिवहन मंत्री राव उदय प्रताप सिंह के स्टाफ से जुड़े कर्मचारियों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने स्टाफ के वीरेन्द्र तिवारी और एक रिटायर्ड RTI अधिकारी बघेल पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

सिंघार का दावा है कि विभाग में पोस्टिंग और अवैध वसूली का एक नया नेटवर्क तैयार हो रहा है, जिसे वे "नया सौरभ" की संज्ञा देते हैं। जवाब में मंत्री ने इन दावों को तथ्यहीन बताया और जिम्मेदार राजनीतिक बयान देने की अपील की है।

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नेता प्रतिपक्ष के आरोप क्या हैं?

कांग्रेस नेता सिंघार ने सोशल मीडिया पर बड़ा दावा किया है कि मध्य प्रदेश के परिवहन विभाग में "भ्रष्टाचार का एक नया दौर" शुरू हो गया है।

उन्होंने इसे "नया सौरभ" नाम दिया है, जिसका मतलब है कि विभाग में पोस्टिंग और अवैध वसूली की नई साजिश रची जा रही है।

उनके निशाने पर मुख्य रूप से दो लोग हैं:

  1. वीरेन्द्र तिवारी: जिन पर मंत्री के स्टाफ से जुड़े होने का आरोप है।

  2. रिटायर्ड आरटीआई बघेल: जिन पर चेकपोस्ट (नाकों) से वसूली का एक सिस्टम बनाने और पोस्टिंग के लिए बोली लगाने का आरोप है। 

रिटायर्ड RTI अधिकारी पर वसूली नेटवर्क बनाने का आरोप 

नेता प्रतिपक्ष ने आगे आरोप लगाया है कि बघेल नाम का एक रिटायर्ड RTI अधिकारी पूरे प्रदेश में वसूली का बड़ा जाल बिछा रहा है।

उनके अनुसार, यह रिटायर्ड अधिकारी दो काम कर रहा है:

  1. पोस्टिंग के नाम पर बोली लगवा रहा है।

  2. चेकपोस्ट (नाकों) से अवैध वसूली करवा रहा है।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार इस सब पर चुप है, और परिवहन विभाग भ्रष्टाचार की सड़क पर तेज़ी से दौड़ रहा है। उन्हें लगता है कि अब इस विभाग की कार्यशैली ही भ्रष्टाचार बन चुकी है, जहां योग्यता नहीं, बल्कि अधिकारियों की जेब कितनी भरी है (कितना पैसा दे सकते हैं) यह तय करती है कि किसे कहां पोस्टिंग मिलेगी।

नेताप्रतिपक्ष के आरोप और मंत्री के जबाव को ऐसे समझें

🟢 नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश परिवहन विभाग में फिर से पोस्टिंग और वसूली घोटाले की पटकथा लिखी जा रही है।

🟢 सिंघार के मुताबिक, मंत्री राव उदय प्रताप सिंह के स्टाफ से जुड़े वीरेन्द्र तिवारी और रिटायर्ड आरटीआई अधिकारी बघेल इस कथित नेटवर्क के केंद्र में हैं।

🟢 उन्होंने सोशल मीडिया पर इन दोनों की तस्वीरें साझा कर कहा कि “अब विभाग में नया सौरभ जन्म ले चुका है”, यानी भ्रष्टाचार का नया रूप।

🟢 परिवहन मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने इन आरोपों को तथ्यहीन और मनगढ़ंत बताया, कहा—“जिम्मेदार नेता बिना सबूत ऐसे बयान न दें।”

🟢 सिंघार ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि “भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करने वाली भाजपा सरकार अब विभागों में नए दलाल पैदा कर रही है।”

मंत्री का जवाब: सबूतों के बिना आरोप न लगाएं

परिवहन मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार सभी आरोपों पर जवाब दिया है।

उन्होंने कहा कि जब तक आपके पास ठोस सबूत न हों, तब तक किसी पर आरोप लगाना सही नहीं है। उन्होंने अपनी राजनीति को ईमानदारी और अच्छे मूल्यों पर आधारित बताया।

मंत्री ने साफ कहा कि बिना सबूत के मनगढ़ंत बातें करना उचित नहीं है। उन्होंने एक महत्वपूर्ण बात कही कि "जब न्यायालय भी सबूतों के बिना आगे नहीं बढ़ता, तो आपको भी आरोपों के साथ प्रमाण लेकर आना चाहिए।"

संक्षेप में मंत्री का कहना:

  • सिर्फ़ हवा में बातें न करें, सबूत पेश करें।

  • उन्होंने सियासी शालीनता दिखाते हुए चेतावनी दी कि "अगर आप कीचड़ उछालेंगे, तो उसके छींटे आप पर भी पड़ेंगे।"

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