BHOPAL. मध्य प्रदेश के उमरिया से डिजिटल सिग्नेचर का दुरुपयोग कर 4 करोड़ से ज्यादा की राशि ट्रांसफर करने का मामला सामने आया है। यहां एमपीआरडीसी के अधिकारी ने एसडीएम के डिजिटल सिग्नेचर का दुरुपयोग किया और 4 करोड़ से ज्यादा की राशि का ट्रांसफर कर दिए। अब मामला सामने आने पर एसडीएम ने एफआईआर दर्ज करने पुलिस को शिकायत पत्र दिया है।
जानें क्या है पूरा मामला
मामला उमरिया के बांधवगढ़ का है। यहां एसडीएम रीता डेहरिया जो भू-अर्जन अधिकारी भी हैं। एसडीएम का आरोप है कि मुआवजे की राशि में धोखाधड़ी की गई है। उनकी आईडी का गलत इस्तेमाल कर सात लोगों को 4 करोड़ नौ लाख 55 हजार 311 रुपए का भुगतान कर किया गया है। एसडीएम रीता डेहरिया ने एमपीआरडीसी के सहायक महाप्रबंधक विनोद कुमार तंतुवाय पर डिजिटल सिग्नेचर का दुरुपयोग कर धोखाधड़ी कर आरोप लगाया है। साथ ही उन्होंने उमरिया थाना प्रभारी को एफआईआर दर्ज करने पत्र लिखा है।
एसडीएम ने पुलिस से की शिकायत
जानकारी के मुताबिक बांधवगढ़ एसडीम रीता डेहरिया ने शिकायत पत्र में आरोप लगाया है कि MPRDC के सहायक महाप्रबंधक द्वारा उनकी डिजिटल सिग्नेचर का दुरुपयोग किया गया है और 4 करोड़ से अधिक की राशि सात लोगों को गलत तरीके से भुगतान कर दिया गया है। यह रकम अदायगी उनके नाम से जारी कर दी गई है।
इस तरह की गई धोखाधड़ी
शिकायत पत्र में लिखा गया है कि सहायक महाप्रबंधक विनोद कुमार तंतुवाय अपने कंपनी के कंप्यूटर ऑपरेटर कीर्ति मिश्रा को लेकर एसडीएम कार्यालय बीते 4 अप्रैल को आए थे उनके पास ईमेल आइडी पासवर्ड पहले से था। उन्होंने डिजिटल सिग्नेचर रजिस्टर्ड करने के लिए उनसे सिग्नेचर करवाए थे और कहा था कि सिग्नेचर रजिस्टर्ड होने के बाद उन्हें जानकारी देंगे, लेकिन एमपीआरडीसी के अधिकारी ने ऐसा नहीं किया और फिर सात लोगों को गलत तरीके से भुगतान कर दिया।
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