/sootr/media/media_files/2025/03/17/Y36EaM1pn9c9aCz0Mh2V.jpg)
मध्यप्रदेश विधानसभा का बजट सत्र जारी है, और इस दौरान विपक्ष ने सरकार को कई मुद्दों पर घेरने की कोशिश की है। वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने 12 मार्च को डॉ. मोहन सरकार का दूसरा बजट पेश किया, जो पिछले बजट से 15% अधिक है। इस बजट में नई सरकारी नौकरियों की घोषणा नहीं हुई, लेकिन 39 नए औद्योगिक क्षेत्रों में तीन लाख नए रोजगार पैदा होने की बात कही गई है।
विपक्ष के प्रदर्शन
कांग्रेस विधायकों ने सत्र के पहले दिन चेहरे पर काले कपड़े का नकाब और तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि बीजेपी सरकार सत्र की अवधि कम रखकर चर्चा से बच रही है। दूसरे दिन, कांग्रेस विधायकों ने प्लास्टिक के सांप लेकर सरकार को घेरा, जिसमें उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं को नौकरी के नाम पर धोखा दे रही है।
ये भी खबर पढ़ें... एमपी बजट सत्र से पहले कांग्रेस की अपील- अगर भ्रष्टाचार के सबूत हैं, तो भेजें
पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा का मुद्दा
आज विपक्ष परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के मुद्दे पर सरकार को घेर सकता है। यह मुद्दा विधानसभा में गरमा सकता है और विपक्ष के प्रदर्शन का केंद्र बिंदु बन सकता है।
बजट की मुख्य विशेषताएं
इस बजट में किसानों को दूध पर बोनस देने का ऐलान किया गया है, साथ ही सरकारी कर्मचारियों के भत्तों में वृद्धि की घोषणा की गई है। ये बदलाव 13 साल बाद हो रहे हैं और प्रदेश के साढ़े सात लाख सरकारी कर्मचारियों को लाभ पहुंचाएंगे।
विपक्ष की रणनीति
कांग्रेस विधायकों ने सत्र के दौरान विभिन्न तरीकों से प्रदर्शन किया, जिसमें जंजीरें लगाकर और काली गठरी लेकर भी प्रदर्शन हुआ। विपक्ष का मानना है कि सरकार जनता के सवालों से बच रही है और इसलिए वे सत्र की अवधि बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
बजट सत्र के मुख्य मुद्दे
नई योजनाएं: सरकार ने 20 से ज्यादा नई योजनाओं का ऐलान किया है।
रोजगार सृजन: 39 नए औद्योगिक क्षेत्रों में तीन लाख नए रोजगार पैदा होने की बात कही गई है।
किसानों को बोनस: दूध सप्लाई करने वाले किसानों को पांच रुपए प्रति लीटर बोनस देने का ऐलान हुआ है।
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक