MP Weather Report : मध्य प्रदेश में मंगलवार तक मानसून 50 जिलों में प्रवेश कर गया। मंगलवार, 25 जून को पश्चिम मध्य प्रदेश के रतलाम सहित कई जिलों में जोरदार बारिश हुई। पश्चिम मध्यप्रदेश में मानसून आने के बाद किसानों ने बुवाई का काम शुरू कर दिया है। वहीं मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भारी से भारी बारिश की भी संभावना जताई है।
50 जिलों में मानसून सक्रिय
मध्यप्रदेश में 25 जून, मंगलवार को दोपहर में करीब 17 जिलों में मानसून के प्रवेश के साथ ही अब 50 जिलों में मानसून की बारिश शुरू हो चुकी है। आज झाबुआ, रतलाम, नीमच, मंदसौर, आगर, शाजापुर, राजगढ़, गुना, शिवपुरी, अशोकनगर, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, मैहर, रीवा और मऊगंज जिलों में प्रवेश कर चुका है। इन जिलों को मिलाकर अब तक कुल 50 जिलों में मानसून सक्रिय हो गया है। ग्वालियर और चंबल के कुछ जिलों में मानसून की एंट्री नहीं होने से दोनों ही जिले अब तक सूखे हैं। पश्चिमी मध्य प्रदेश में मानसून की धमाकेदार एंट्री के बाद किसानों ने बुवाई का काम शुरू कर दिया है। बुवाई के लिए ये अच्छी बारिश मानी जा रही है। ऐसे में पश्चिमी मध्यप्रदेश के किसान बिन समय गंवाए बुवाई में जुट गए हैं।
आज से स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिविटी
सीनियर मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि भोपाल, इंदौर समेत 43 जिलों में आंधी और गरज-चमक का अलर्ट है। पश्चिम विक्षोभ, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन के कारण प्रदेश में झमाझम बारिश की संभावना है। 26 जून को बंगाल की खाड़ी में एक और सिस्टम एक्टिव हो रहा है। इसकी वजह से भोपाल, जबलपुर, नर्मदापुरम, सागर, इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में आगे जोरदार बारिश की संभावना है। प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में तेज हवा के साथ तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी।
मानसून की ताजा स्थिति?
प्रदेश में अरब सागर से आ रही नमी वाली तेज हवा के कारण प्रदेश के अनेक हिस्सों में रुक-रुककर मानसूनी बादल सक्रिय हो रहे हैं। वहीं राजस्थान के पूर्वी और दक्षिणी हिस्से में साइक्लोनिक सर्कुलेश की वजह से मध्य प्रदेश से होते हुए झारखंड, बांग्लादेश और महाराष्ट्र से केरल तक अलग-अलग ट्रफ लाइन बनी हुई हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में प्रदेशवासियों को मूसलाधार बारिश के लिए तैयार रहना चाहिए।