MP Weather Update : मध्य प्रदेश में तेज बारिश का दौर जारी है। आने वाले 3 दिनों में प्रदेश के 25 से ज्यादा जिलों में तेज बारिश का अनुमान है। ग्वालियर-चंबल सहित श्योपुर और शिवपुरी के कई इलाकों में तेज बारिश से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
मध्य प्रदेश में कल राजधानी भोपाल सहित 30 से अधिक जिलों में बारिश हुई। सबसे ज्यादा 61.6 मिमी बारिश सिवनी में दर्ज की गई। सतना में 44.4 मिमी, खजुराहो में 40.6 मिमी, नर्मदापुरम में 25.7 मिमी, गुना में 21.2 मिमी बारिश हुई। राजधानी भोपाल में 6 मिमी बारिश दर्ज की गई।
मध्य प्रदेश में कई सिस्टम एक्टिव
मध्य प्रदेश में एक साथ बारिश के कई सिस्टम एक्टिव होने के कारण तेज बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में नॉर्थ-ईस्ट राजस्थान के ऊपर साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव है। एक और साइक्लोनिक सर्कुलेशन का प्रभाव भी प्रदेश में दिखाई दे रहा है। इन सिस्टम के कारण प्रदेश में तेज बारिश हो रही है।
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आज यहां बारिश
मौसम विभाग ने आज प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में मानसूनी सिस्टम एक्टिव होने के कारण गरज-चमक के साथ तेज बारिश हो सकती है। आंधी के भी आसार हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, अनूपपुर, श्योपुर, बालाघाट, शिवपुरी, मंडला, अशोकनगर, सिवनी, गुना, पांढुर्णा, राजगढ़, छिंदवाड़ा, शाजापुर, सागर, खरगोन, टीकमगढ़, खंडवा, निवाड़ी और बुरहानपुर में बारिश होगी।
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knowledge byte- क्या होता है मानसून सिस्टम ?
मानसून सिस्टम के कारण ही भारत में बारिश होती है। गर्मी में ज्यादा तापमान की वजह से ऊपर की गरम हवा हल्की होकर बहने लगती है, जिससे कम वायुदाब वाला क्षेत्र बनता है। यह कम वायुदाब वाला क्षेत्र, अधिक वायुदाब वाले हिस्से की हवा को अपनी ओर खींचता है। ये हवा अरब और हिंद महासागर से आती है और मानसूनी हवाओं के रूप में भारत की ओर बहने लगती है। इन हवाओं के दक्षिण-पश्चिम तट से टकराने से बारिश होती है।
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मानसून से कैसे होती है बारिश?
बारिश का मुख्य कारण हवाओं की नमी होता है। मानसूनी हवाओं में काफी मात्रा में नमी मौजूद रहती है। जब ये हवाएं भारत के ऊंचे पर्वतों से टकराती हैं तो बारिश में बदलती हैं। ये हवाएं भारत के जिन हिस्सों में पहुंचती हैं वहां बारिश होती है। जब हवा की यह नमी आगे बढ़ते-बढ़ते सूख जाती है तो बारिश रुक जाती है और मानसून की विदाई हो जाती है।