/sootr/media/media_files/2025/01/20/ta9bcqElA0xGR0oQTjnk.jpg)
MPPSC की राज्य पात्रता परीक्षा में फिर धांधली का मामला सामने आया है। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने राज्य पत्रता परीक्षा 2024 के कंप्यूटर विज्ञान के विषय ऑब्जेक्शन लिंक खोले बिना ही फाइनल आंसर की जारी कर दी। ऐसे कई उम्मीदवार हैं, जो परीक्षा में पूछे गए सवालों पर अपनी आपत्ति दर्ज करवाना चाहते थे, मगर अंतिम तारीख निकलने के बाद भी लिंक खोला ही नहीं गया। अब हताश छात्र न्याय की उम्मीद में कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं। आइए समझते हैं पूरा मामला क्या है…
/sootr/media/media_files/2025/01/20/czBXQVF4BkuQYYwhkwMW.jpeg)
/sootr/media/media_files/2025/01/20/MRqobS7jPuL35MxchSxg.jpeg)
MPPSC 2022 राज्य सेवा परीक्षा के टॉपर्स The Sootr के कैमरे पर क्या बोले
कंप्यूटर साइंस के उम्मीदवारों से हुआ खिलवाड़
मामला कंप्यूटर विज्ञान का है। बता दें कि MPPSC यानी मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने राज्य पत्रता परीक्षा 2024 के पेपरों के सवालो की आपत्तियां MP Online के माध्यम से बुलवाने की व्यवस्था की है। इसके तहत संबंधित उम्मीदवार प्रश्नपत्र के हिसाब से लिंक खोलकर पूछे गए सवालों पर आपत्तियां दर्ज करवा सकते थे। और नियमानुसार आयोग सभी आपत्तियों का निस्तारण करने के बाद ही आंसर शीट जारी करता। बता दें कि यह आपत्ति दर्ज करवाने की अंतिम तिथि 11 जनवरी 2025 थी।
/sootr/media/media_files/2025/01/20/L0eVdMCBHAS9NeP4ogLo.jpeg)
/sootr/media/media_files/2025/01/20/xm3g95x0uVDkl03vYtiJ.jpeg)
MPPSC राज्य सेवा परीक्षा 2022 में इंटरव्यू अंकों से विवाद, पूर्व BJP विधायक पुत्र को सर्वाधिक अंक
आयोग ने बिना आपत्ति दर्ज किए जारी की फाइनल आंसर की
बड़वाह के कंप्यूटर साइंस के उम्मीदवार डॉक्टर रवि चौबे के अनुसार उन्होंने अपने पेपर की आपत्तियां दर्ज करवाने के लिए 9 जनवरी को लिंक खोला तो पहले पेपर यानी सामान्य प्रश्नपत्र के सिर्फ 50 सवाल ही खुल रहे थे, जबकि दूसरे प्रश्नपत्र का तो लिंक ही नहीं खुला। जबकि दूसरे विषयों के दोनों पेपर के लिंक विधिवत खुल रहे थे। यह समस्या खंडवा से प्रीतेश अग्निहोत्री सहित कई उम्मीदवारों को आई। टेक्नीकल दिक्कत आने के बाद रवि चौबे ने तो ईमेल और cm helpline व telephone आदि के माध्यम से आयोग को सूचित किया था, फिर भी आयोग ने बिना आपत्ति दर्ज कर फाइनल आंसर की ही आज जारी कर दी। ऐसे में कंप्यूटर साइंस के उम्मीदवारों के साथ एक तरह से अन्याय हो गया है। रवि का कहना है कि अगर आयोग ने जल्द ही कोई फैसला नहीं लिया तो वे कोर्ट जा सकते हैं।
/sootr/media/media_files/2025/01/20/yfdhBmbwDDvqyU9ye3oT.jpeg)
/sootr/media/media_files/2025/01/20/d61CVSUMGU5N6rTcaikE.jpeg)
इस संबंध में आयोग के जिम्मेदार अधिकारी की प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है। जैसे ही उनकी तरफ से कोई जवाब आएगा the sootr तत्काल अपडेट करेगा।
यह भी पढ़ें- भोपाल में सब्जी वाले के बेटे ने रोशन किया नाम, बना असिस्टेंट डायरेक्टर
हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें! विशेष ऑफ़र और नवीनतम समाचार प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बनें
/sootr/media/agency_attachments/dJb27ZM6lvzNPboAXq48.png)
Follow Us