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मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड के संयुक्त संचालक वरुण वडेरिया ने माउंट किलिमंजारो पर तिरंगा लहरा दिया है। वरुण वडेरिया ने अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की है। माउंट किलिमंजारो की ऊंचाई 5,895 मीटर है जो वडेरिया को उपलब्धि उन चंद लोगों में शामिल करती है जिन्होंने दुनिया की सात चोटियों में से एक पर चढ़ाई की है।
भारतीय होने के नाते मेरे लिए गर्व का क्षण - वरुण वडेरिया
वरुण वडेरिया का कहना है कि एक भारतीय होने के नाते यह मेरे लिए गर्व का क्षण है। यह केवल शिखर तक पहुंचने के बारे में नहीं है, बल्कि वहां पहुंचने के लिए आवश्यक परिश्रम, दृढ़ता और विवेक के बारे में भी है। साथ ही उनका कहना है कि माउंट किलिमंजारो पर ऑक्सीजन और एयर प्रेशर काफी कम हो जाता है। माउंट किलिमंजारो, अपने चुनौतीपूर्ण भूभागों और मनमोहक दृश्यों के लिए जाना जाता है।
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यूरोप की सबसे ऊंची चोटी पर गूंजा गायत्री मंत्र
इसके पहले वरुण वडेरिया ने यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रुस (रूस) पर तिरंगा लहरा चुके हैं। वरुण ने माउंट एल्ब्रुस पर गायत्री मंत्र भी पढ़ा था। इतनी चुनौतीपूर्ण चढ़ाई करने के बाद वरुण वडेरिया ने अपना अनुभव बताया था। वरुण ने बताया था कि माउंट एल्ब्रुस पर चढ़ाई करना उनके लिए आसान नहीं था।
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योग, प्राणायाम से मिला फायदा
वरुण वडेरिया ने पर्वतारोहण से पहले कई स्तर पर तैयारी की थी। पिछले कई महीनों से रनिंग और योग कर रहे है। उन्होंने बताया कि माउंट किलिमंजारो पर ऑक्सीजन और एयर प्रेशर काफी कम हो जाता है। इनके प्रभाव से सांसे फूलने लगती हैं, लेकिन योग, प्राणायाम के कारण काफी फायदा मिला और औसत समय से पहले ही चढ़ाई पूरी कर ली।
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