मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना का नया शेड्यूल जारी कर दिया गया है। इस योजना के अंतर्गत प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों को आगामी 14 सितंबर से 26 फरवरी 2025 तक विभिन्न धार्मिक स्थलों की यात्रा कराई जाएगी।
इन धार्मिक स्थलों की कराई जाएगी यात्रा
धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग द्वारा आयोजित इस योजना में लोगों को वाराणसी (काशी), रामेश्वरम, मथुरा-वृंदावन, कामाख्या, अमृतसर, अयोध्या, द्वारका, जगन्नाथपुरी, शिर्डी और नागपुर जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों की यात्रा कराई जाएगी। इस अवधि के दौरान 15 हजार से अधिक तीर्थ यात्री विभिन्न तीर्थ स्थलों की यात्रा करेंगे।
योजना के लाभार्थी
यह योजना उन वरिष्ठ नागरिकों के लिए है जो आयकरदाता नहीं हैं और जिनकी आयु 60 वर्ष या उससे अधिक है। महिला तीर्थ-यात्रियों के मामले में आयु सीमा में 2 वर्ष की छूट दी गई है, अर्थात वे 58 वर्ष की आयु में भी इस योजना का लाभ उठा सकती हैं।
शेड्यूल और ट्रेन यात्रा
21 नवंबर को रीवा से द्वारका के लिए पहली ट्रेन निकलेगी। इसमें रीवा से 279, सतना से 300 और दमोह से 200 यात्री शामिल होंगे। ये यात्री यात्रा कर 26 नवंबर को वापस आएंगे।
29 नवंबर को दमोह से ट्रेन वाराणसी (काशी)-अयोध्या तीर्थ स्थल के लिए रवाना होगी। इसमें दमोह से 279, मैहर से 200 और सतना से 300 यात्री शामिल होंगे। यह ट्रेन 4 दिसंबर को वापस लौटेगी। योजना के तहत 279 यात्री सतना से रामेश्वरम तीर्थ स्थल के लिए रवाना होंगे। इस यात्रा में कटनी से 200 और जबलपुर से 300 यात्री शामिल होंगे। ये यात्री यात्रा कर 30 दिसंबर को वापस आएंगे।
मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना के तहत प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों को धार्मिक स्थलों की यात्रा कराई जा रही है, जो सामाजिक और धार्मिक एकता का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना क्या है ?
मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना मध्य प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों को प्रमुख धार्मिक स्थलों की नि:शुल्क यात्रा कराना है। इस योजना के तहत वे नागरिक, जो 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के हैं और आयकरदाता नहीं हैं, लाभार्थी बन सकते हैं। महिलाओं के लिए इस योजना में उम्र में 2 साल की छूट दी गई है।
यात्रा के लिए चयनित तीर्थ स्थलों में वाराणसी (काशी), रामेश्वरम, मथुरा-वृंदावन, कामाख्या, अमृतसर, अयोध्या, द्वारका, जगन्नाथपुरी, शिर्डी, और नागपुर शामिल हैं। योजना के अंतर्गत ट्रेन द्वारा धार्मिक स्थलों तक पहुंचने और वापस आने की व्यवस्था की गई है, जिससे वरिष्ठ नागरिक सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा कर सकें।
मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना न केवल धार्मिक आस्था को प्रोत्साहित करती है, बल्कि समाज के वरिष्ठ नागरिकों को एक समर्पित सेवा के रूप में सम्मानित भी करती है।
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