नील तिवारी, JABALPUR. जबलपुर में शिक्षा माफिया पर शिकंजा कसने के अभियान की कमान खुद कलेक्टर दीपक सक्सेना (Collector Deepak Saxena) ने संभाल रखी है। जबलपुर में प्रकाशकों, पुस्तक विक्रेताओं सहित स्कूलों तक के खिलाफ एक्शन जारी है। इसी बीच जबलपुर में हैरान करने वाला मामला सामने आया। यहां एनसीईआरटी की हूबहू दिखने वाली किताबों को दुकानों में बेच कर शासन को चूना लगाने के मामले कार्रवाई की गई है। मामले में शिकायत के बाद NCERT नई दिल्ली की टीम ने कार्रवाई करते हुए नकली बुक्स बेचने वाले 2 दुकानदारों को पकड़ते हुए 1 हजार नकली किताबें जब्त की हैं। दुकानदारों के खिलाफ केस दर्ज (Case registered against shopkeepers) कर पुलिस ने हिरासत में लिया।
बाजार में NCERT की नकली किताब की बिक्री
बता दे कि जबलपुर में शिक्षा माफिया (Education mafia in Jabalpur) के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई लगातार जारी है। लेकिन सालों से जमे शिक्षा माफिया की जड़ें इतनी गहरी हो गई हैं इन्हें उखाड़ फेंकना आसान नजर नहीं आ रहा। शहर में नकली ISBN की किताबों के बाद अब बाजार में NCERT की नकली किताब (NCERT fake book) की बिक्री हो रही है। नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) की इन किताबों विशेषज्ञों की देख-रेख में मानकों के अनुकूल तैयार की जाती हैं, लेकिन अब एनसीईआरटी की नकली किताबों की बिक्री (Sale of fake NCERT book) का मामला सामने आया है। NCERT के नियमों के खिलाफ तैयार इन किताबों को दुकानों में बेच कर शासन को चूना लगाया जा रहा है।
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दिल्ली से आई टीम ने की कार्रवाई
जबलपुर में नकली किताबों के बेचे जाने के इस गोरखधंधे की पोल तब खुली जब NCERT नई दिल्ली के व्यापार प्रबंधक भूपेंद्र सिंह को जबलपुर शहर में NCERT की नकली किताबें बेचे जाने की सूचना अपने नई दिल्ली मुख्यालय से मिली। इसके बाद उन्हें और सहायक उत्पादन अधिकारी दीपक जायसवाल को सक्षम अधिकारी के रूप में इसकी जांच के लिए अधिकृत किया गया । NCERT की टीम ने इसकी सूचना जबलपुर एसपी आदित्य प्रताप सिंह को दी और यह टीम शुक्रवार की शाम जबलपुर शहर पहुंची। टीम ने सेंट्रल बुक डिपो और विनय पुस्तक सदन से कक्षा 9वी की कुछ NCERT की किताबें खरीदी जो कि जांचने पर नकली पाई गई।
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दो दुकान संचालकों पर केस दर्ज
इस मामले में सेंट्रल बुक डिपो के संचालक तनिष्क चौरसिया और विनय पुस्तक सदन संचालक मनोज गुप्ता को पकड़ा है। NCERT की नकली किताबें बेचकर शासन को आर्थिक नुकसान पहुंचाने और विद्यार्थियों/खरीददारों के साथ धोखाधड़ी करना पाए जाने पर दुकानदारों के खिलाफ धारा 63, 65 कॉपी राईट एक्ट और IPC की धारा 420 के तहत केस दर्ज कर किया है। अब इन लोगों से पूछताछ की जा रही है कि यह नकली किताबें कहां से लाते थे या किसी प्रिंटर की मिलीभगत से इस फर्जीवाड़े को अंजाम दिया जा रहा था।
कलेक्टर की सख्ती के बाद भी बिक रही नकली किताबें
जबलपुर जिला कलेक्टर दीपक सक्सेना लगातार नकली किताब बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रहें है। इन पुस्तक विक्रेताओं और प्रकाशकों की मनमानी रोकने जबलपुर में पुस्तक मेला भी लगाया गया था। जो इतना प्रभावित रहा की स्कूल शिक्षा विभाग में पूरे प्रदेश में ऐसे पुस्तक मेले लगाने के आदेश दिए थे, लेकिन शहर की दुकानों में नकली किताबों के लगातार बिकने से इस गोरखधंधे में कहीं ना कहीं जिम्मेदारों की मिलीभगत होने का भी सवाल उठ रहा है। कलेक्टर के आदेश के बाद भी जिम्मेदारों ने सिर्फ कुछ कार्रवाई कर खानापूर्ति कर दी है। जिसका परिणाम है कि शहर में यह अवैध धंधा धड़ल्ले से चल रहा है।