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सावन का महीना हिंदू धर्म में अत्यधिक महत्व रखता है और इस महीने में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है। इस बार, पंडित प्रदीप मिश्रा की अगुवाई में सीहोर के कुबेरेश्वरधाम में एक भव्य कांवड़ यात्रा का आयोजन किया जा रहा है।
यह यात्रा आज बुधवार (6 अगस्त) सुबह 9 बजे सीहोर की जीवनदायिनी सीवन नदी के तट से शुरू होगी। यात्रा में हजारों शिवभक्त भाग लेंगे, जो भक्ति और श्रद्धा से ओत-प्रोत होंगे। इस विशेष आयोजन के दौरान जगह-जगह पुष्प वर्षा की जाएगी और शिवभक्तों पर हेलिकॉप्टर से फूलों की बारिश भी की जाएगी।
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कांवड़ यात्रा की महिमा
कांवड़ यात्रा हिंदू धर्म में एक बहुत ही महत्वपूर्ण परंपरा है। इस दौरान शिवभक्त अपनी श्रद्धा के साथ जल लेकर भगवान शिव के दर्शन करने जाते हैं।
पंडित प्रदीप मिश्रा (Pandit Pradeep Mishra) ने बताया कि इस यात्रा के माध्यम से शिवपुराण के मुताबिक, श्रावण मास में भगवान शिव और माता पार्वती पृथ्वी पर निवास करते हैं और इस समय पूजा, उपवास और सेवा का विशेष फल मिलता है।
सीहोर के कुबेरेश्वरधाम में भव्य आयोजनमध्यप्रदेश में इस बार कांवड़ यात्रा के आयोजन का महत्व और भी बढ़ गया है। विठलेश सेवा समिति के समीर शुक्ला ने बताया कि यह यात्रा आस्था और उल्लास का अद्भुत संगम होगी। सीहोर से लेकर कुबेरेश्वरधाम तक श्रद्धालुओं का कारवां इस विशेष यात्रा में भाग लेगा। इस दौरान कई स्थानों पर डीजे, ढोल-नगाड़े और शिव झांकियां श्रद्धालुओं को आकर्षित करेंगी। |
घंटों जाम में फंसे रहे लोग
बता दें कि, इस भव्य कांवड़ यात्रा (सीहोर में कुबेरेश्वरधाम कांवड़ यात्रा) के कारण इंदौर-भोपाल हाईवे पर यातायात में भारी बदलाव किया गया है। मंगलवार रात से लेकर बुधवार सुबह तक लगातार कई स्थानों पर जाम की समस्या रही।
आष्टा पहुंचने वाले पेपर वाहन भी घंटों जाम में फंसे रहे, जिससे यातायात व्यवस्था में असुविधा उत्पन्न हुई। प्रशासन ने इस समस्या को सुलझाने के लिए डायवर्सन मार्ग की व्यवस्था की है। इसमें
- भोपाल से आने वाले भारी वाहन अब परवलिया थाना क्षेत्र के मुबारकपुर जोड़ और खजूरी थाना क्षेत्र के तुमड़ा जोड़ से श्यामपुर-कुरावर-ब्यावरा-शाजापुर-मक्सी होकर देवास और इंदौर की ओर डायवर्ट किए जाएंगे।
- इंदौर, देवास और उज्जैन से भोपाल आने वाले वाहन आष्टा-अमलाहा-भाऊखेड़ी-न्यू क्रिसेंट चौराहा होकर भोपाल पहुंचेंगे।
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लगाए गए 300 से अधिक सेवा पंडाल
सीहोर में विशाल कांवड़ यात्रा में देशभर से डीजे और बैंड शामिल हो रहे हैं। इस बार यात्रा में झारखंड, यूपी, दिल्ली, छत्तीसगढ़, और महाराष्ट्र से डीजे शामिल होंगे।
सीहोर के बाबा डीजे, झारखंड के सार्जन डीजे, यूपी के रावण डीजे, मेरठ, दिल्ली का कसाना डीजे, छत्तीसगढ़ का पावर जोन, और महाराष्ट्र के प्रशांत डीजे सहित कई डीजे यात्रा में संगीत का आनंद देंगे।
यात्रा के मार्ग पर 300 से अधिक सेवा पंडाल लगाए गए हैं, जहां श्रद्धालुओं को नाश्ता, चाय, जल और विश्राम की सुविधा दी जा रही है। इस पहल का उद्देश्य यात्रियों को सहारा देना और उन्हें श्रद्धा भाव से यात्रा करने का मौका देना है।
एक दिन पहले मची थी भगदड़
आपको बता दें कि, यहां कल (5 अगस्त) भारी भीड़ के चलते धक्का-मुक्की की स्थिति उत्पन्न हो गई थी जिससे यहां भगदड़ मच गई। इसमें दो महिला श्रद्धालुओं की मौत होने की खबर आई और एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया था।
यह घटना तब हुई जब भारी संख्या में श्रद्धालु कांवड़ यात्रा में शामिल होने के लिए कुबेरेश्वर धाम पहुंचे थे। इस दौरान स्थिति इतनी बिगड़ गई कि दो लोग नीचे गिर गए और भीड़ के दबाव में उनकी जान चली गई।
सूत्रों के मुताबिक, कांवड़ यात्रा से एक दिन पहले ही भारी संख्या में श्रद्धालु कुबेरेश्वर धाम पहुंचे थे। आयोजकों और प्रशासन ने व्यवस्था की थी, लेकिन श्रद्धालुओं की तादाद इतनी अधिक हो गई कि स्थान पर जगह की कमी होने लगी। इसके चलते अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया और ये हदसा हो गया।
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सावन मास