करोड़ों के चढ़ावे वाले महालक्ष्मी मंदिर में ये क्या कर बैठे पंडितजी?

रतलाम स्थित महालक्ष्मी मंदिर जो हर वर्ष दिवाली के समय रुपयों और जेवरों से सजाया जाता है। इस बार मंदिर के पुजारी ने कुछ ऐसा कर दिया कि समाज और पुजारी के बीच विवाद हो गया। इस विवाद के बाद प्रशासन को बड़ा एक्शन लेना पड़ा।

Advertisment
author-image
Madhav Singh
New Update
mahalaxmi temple ratlam ........
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

रतलाम में स्थित महालक्ष्मी मंदिर को दिवाली पर करोड़ों रुपए के नोटों और जेवरों से सजाया जाता है। हाल ही में मंदिर में एक विवाद खड़ा हो गया है। पंडित संजय पुजारी ने सूतक होने के बाद भी पूजा कर दी। श्रीमाली ब्राह्मण समाज ने इसका कड़ा विरोध जताया। इस विवाद के चलते प्रशासन को मंदिर में ताला लगाना पड़ा। सोमवार को 11 घंटे बाद मंदिर के पट खोले गए और संजय पुजारी को हटाकर सत्यनारायण व्यास को अस्थाई पुजारी नियुक्त किया गया।

MP के इस प्रसिद्ध मंदिर में लाखों के चोरी , शातिर चोर ले भागे वन मंत्री रावत के चढ़ाए हुए आभूषण

क्या थी विवाद की वजह?

रतलाम के माणक चौक स्थित महालक्ष्मी मंदिर को हर साल दिवाली पर विशेष रूप से सजाया जाता है। बताया गया है कि भक्तगण नोटों और जेवरों से इस मंदिर को सजाते हैं। इस वर्ष भी लाखों की धनराशि आ चुकी है। पंडित संजय पुजारी के बड़े भाई का निधन हो जाने के कारण उनके परिवार में सूतक लगा हुआ था। इसके बाद भी उन्होंने मंदिर में पूजा जारी रखी। इस पर समाज के लोगों ने आपत्ति जताई है। समाज के लोगों का कहना था कि सूतक के समय पूजा करना अनुचित है। प्रशासन ने इस विवाद के बाद संजय पुजारी को हटाकर नए पुजारी की अस्थाई नियुक्ति कर दी। समाज के लोगों ने मंदिर के बाहर गंगाजल और गौमूत्र से वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शुद्धिकरण किया।

रुपयों और आभूषणों की मांगी जानकारी

मंदिर के ताले सोमवार सुबह 8 बजे नायब तहसीलदार आशीष उपाध्याय की मौजूदगी में खोले गए। प्रशासन ने पंडित संजय को नोटिस जारी कर सजावट के दौरान आने वाले रुपयों और आभूषणों की जानकारी देने का आदेश दिया। मंदिर की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए पुलिस बल भी तैनात किया गया है।

खाटूश्याम मंदिर में लगी आग, मूर्ति पड़ी काली, लाखों का नुकसान

सजावट पर सवाल और समाधान

बताया गया कि मंदिर की सजावट के लिए प्रतिदिन भक्त बड़ी मात्रा में नोट और जेवर चढ़ाते हैं, जिन्हें लेकर भक्तों में चिंता थी कि अब इनका प्रबंधन कौन करेगा। तहसीलदार ने भरोसा दिलाया कि मंदिर की सजावट में कोई बाधा नहीं आएगी। इसके लिए पटवारियों को तैनात कर उनकी देख-रेख में रुपयों और आभूषणों का संग्रहण होगा।

thesootr links

द सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

MP News Ratlam News मध्य प्रदेश रतलाम महालक्ष्मी मंदिर रतलाम में महालक्ष्मी मंदिर को सजाया करोड़ों रूपए से सजाया महालक्ष्मी मंदिर ब्राह्मण समाज ब्राह्मण समाज का विरोध