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BHOPAL.आम जनता भले ही स्वास्थ्य को अपनी पहली प्राथमिकता माने, लेकिन भोपाल जिला प्रशासन के लिए इस समय प्राथमिकता चुनाव और उससे जुड़े कार्य हैं। इसका नतीजा यह है कि जिला मलेरिया विभाग का लगभग पूरा स्टाफ मतदाता सूची के पुनरीक्षण कार्य में लगा हुआ है।
मलेरिया विभाग का स्टाफ मतदाता सूची में व्यस्त
ठंड के सीजन में आमतौर पर मच्छर जनित रोग मलेरिया,डेंगू व चिकनगुनिया का प्रकोप बढ़ता है। गैर संचारी संक्रामक रोग हैं। मच्छर इनका फैलाव करते हैं। वातावरण में नमी बढ़ने पर इनका असर ज्यादा होता है। इसके चलते अक्टूबर से दिसंबर तक का समय इन रोगों के लिए पीक टाइम माना जाता है। वर्तमान में भोपाल में ही 123 लोग डेंगू से और 75 चिकनगुनिया से पीड़ित हैं। जानकारों का दावा है कि आने वाले कुछ दिनों में दोनों ही तरह के रोग और बढ़ सकते हैं।
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जिला प्रशासन बेपरवाह,चिंता सिर्फ चुनाव की
मच्छरजनित रोगों से बचाव के लिए फिलहाल आपको ही अपने स्तर पर प्रयास करने होंगे। दरअसल,भोपाल जिला प्रशासन की प्रा​थमिकता निर्वाचन सूची है। इसके पुनरीक्षण का काम जारी है। इसमें अन्य विभागों के सा​थ ही जिला मलेरिया विभाग के भी अधिकांश अधिकारी,कर्मचारियों को इस काम में लगाया गया है।
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जिन्हें मैदान में लार्वा नष्ट करना,वे बूथों पर तैनात
जिला मलेरिया कार्यालय में राजधानी के सभी 21 जोन के सुपर वाइजर की ड्यूटी गत 6 अक्टूबर से मतदाता सूची तैयार करने में लगाई गई है। इनका मूल काम मैदानी स्तर पर डेगूं के लार्वा व इन्हें नष्ट करने का हैं। इसी तरह,कार्यालय के एक मात्र लेखापाल,दो स्टोरकीपर,एक डेटा संग्राहक की भी डूयूटी भी मतदाता सूची कार्य में लगाई गई है। इस तरह कार्यालय में पदस्थ तृतीय श्रेणी के ही 36 में से 28 कर्मचारी फिलहाल बीएलओ अलग-अलग बूथ केंद्र पर तैनात किए गए हैं।
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अन्य जिलों पर भी असर, स्टोर पर ताला
भोपाल जिला मलेरिया कार्यालय एंटी लार्वा व अन्य तकनीकी सामग्रियों का स्टेट डिपो भी है। यहां से अन्य जिलों को इन संक्रामक रोगों की रोकथाम के उपाय करने वाली सामग्रियों का वितरण होता है। यह काम कार्यालय में पदस्थ दोनों स्टोर कीपर्स के पास है,लेकिन दोनों की ही ड्यूटी वोटर लिस्ट वाले काम में होने से इन स्टोर पर ताला पड़ गया है।
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जिला मलेरिया दफ्तर में पसरा सन्नाटा
कार्यालय में सन्नाटा पसरा है-रोजाना आने वाले लगभग 250 रक्त नमूनों की जांच तो लैब टेक्नीशियन संभाल रहे हैं, लेकिन डेटा संग्राहक के ड्यूटी पर जाने से संक्रमण के ताजा आंकड़े अपडेट नहीं हो पा रहे हैं।
इस संबंध में भोपाल जिला कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने कहा-वह जानकारी जुटाकर व्यवस्था में जरूरी बदलाव करेंगे।