बागेश्वर धाम जाएंगे PM मोदी और राष्ट्रपति मुर्मू, कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 फरवरी को बागेश्वर धाम में कैंसर अस्पताल की आधारशिला रखेंगे। वहीं 26 फरवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बागेश्वर धाम में 251 कन्याओं के विवाह महोत्सव में शामिल हो सकती हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 फरवरी को बागेश्वर धाम पहुंचेंगे, जहां वे कैंसर अस्पताल का भूमिपूजन करेंगे। यह अस्पताल तीन वर्षों में 100 बेड के साथ तैयार होगा और 2028 तक इसमें पूर्ण रूप से उपचार शुरू किया जाएगा।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के अनुसार, इस अस्पताल का निर्माण मंदिर में चढ़ोत्तरी और दानदाताओं के सहयोग से किया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी इस ऐतिहासिक पहल में शामिल होने के लिए विशेष रूप से बागेश्वर धाम आ रहे हैं।
26 फरवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बागेश्वर धाम में आयोजित 251 कन्याओं के विवाह महोत्सव में सम्मिलित होंगी। इनमें से 108 कन्याएं आदिवासी समुदाय से हैं। राष्ट्रपति नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देने के लिए धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के निमंत्रण पर आ रही हैं।
बागेश्वर धाम में बनने वाले मल्टीस्पेशलिटी कैंसर इंस्टीट्यूट और रिसर्च सेंटर के लिए विदेशों से भी सहयोग मिल रहा है। जर्मनी के एक डॉक्टर ने अपनी संपत्ति बेचकर बागेश्वर धाम के पास जमीन खरीदी है और यहां बसकर मरीजों की सेवा करने का संकल्प लिया है।
प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के दौरे को देखते हुए छतरपुर जिला प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं। छतरपुर कलेक्टर पार्थ जायसवाल ने आदेश जारी कर सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं, ताकि कार्यक्रम की व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संचालित किया जा सके।
मुख्यमंत्री मोहन का दिल्ली दौरा
प्रधानमंत्री मोदी के आगमन से पहले, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन 21 फरवरी को दिल्ली जाएंगे। वे यहां विभिन्न राजदूतों के साथ बैठक में शामिल होंगे और प्रधानमंत्री के दौरे की तैयारियों पर चर्चा करेंगे।
FAQ
प्रधानमंत्री मोदी बागेश्वर धाम कब आएंगे?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 फरवरी को बागेश्वर धाम में कैंसर अस्पताल का भूमिपूजन करेंगे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बागेश्वर धाम कब आएंगी?
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 26 फरवरी को बागेश्वर धाम में 251 कन्याओं के विवाह महोत्सव में शामिल हो सकती हैं।
बागेश्वर धाम में बनने वाले कैंसर अस्पताल की विशेषता क्या होगी?
यह अस्पताल 100 बेड का होगा और 2028 तक मरीजों को संपूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेगा।