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मध्य प्रदेश में कर्मचारी चयन मंडल ने पुलिस आरक्षक के पदों पर भर्ती करवाई थी। 7 हजार 411 पदों पर हुई इस भर्ती परीक्षा का रिजल्ट काफी लंबे समय से अटका हुआ है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक पीडीएफ वायरल हो रही है। इसे लेकर दावा किया जा रहा है कि ये पुलिस आरक्षक भर्ती का रिजल्ट है। इस मामले को लेकर 'द सूत्र' के पास भी कई उम्मीदवारों के फोन और मैसेज आए। 'द सूत्र' ने जब इस पूरे मामले की पड़ताल की तो पता चला कि ये रिजल्ट फर्जी है।
कैसे पता चली रिजल्ट की सच्चाई ?
इस रिजल्ट की सच्चाई पता करने में ज्यादा देर नहीं लगी। रिजल्ट को देखने पर पता चलता है कि पूरी पीडीएफ में न ही पुलिस विभाग की तरफ से कोई नोटिफिकेशन शुरुआती पेज पर एड किया गया है और न ही कर्मचारी चयन मंडल की ओर से। इतना ही नहीं पूरे रिजल्ट में न ही किसी अधिकारी के साइन हैं और न ही किसी विभाग की सील। यहां तक की पूरे रिजल्ट में उम्मीदवारों के सिर्फ नाम, रोल नंबर और शहरों का जिक्र है। उम्मीदवारों के रोल नंबर के आगे संख्या जैसे 1, 2, 3 इनका भी जिक्र नहीं है। इसके अलावा 'द सूत्र' ने जब कर्मचारी चयन मंडल की आधिकारिक वेबसाइट चेक की तो वहां भी इस रिजल्ट से जुड़ी कोई जानकारी नहीं दी गई है। यानी साफ तौर पर देखा जा सकता है ये रिजल्ट पूरी तरह से फर्जी है। रिजल्ट में ज्यादातर उन उम्मीदवारों के नाम हैं जिन्होंने फिजिकल दिया था। यानी फिजिकल की लिस्ट वायरल हुई और उसी लिस्ट को आधार बनाकर ये लिस्ट तैयार कर ली गई।
'द सूत्र' ने उम्मीदवारों से की बात
मामले की पड़ताल करने के लिए 'द सूत्र' ने उम्मीदवारों से भी बातचीत की। उम्मीदवारों ने बताया कि ये फर्जी पीडीएफ टेलीग्राम और वॉट्सएप चैनलों पर रिजल्ट के दावे के साथ वायरल हो रही है। इसे लेकर दावा किया जा रहा है कि यही सही रिजल्ट है। 250 पेज की इस पीडीएफ में कई ऐसे बिंदू हैं जो ये बताते हैं कि रिजल्ट फर्जी है। उम्मीदवार लंबे समय से भर्ती के फाइनल रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं, इसलिए किसी ने जानबूझकर ऐसी शरारत की है।
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क्या है पूरा मामला ?
दरअसल पूरा मामला कर्मचारी चयन मंडल की पुलिस आरक्षक भर्ती से जुड़ा हुआ है। साल 2023 में ईएसबी ने ये भर्ती निकाली थी। उम्मीदवारों का फिजिकल भी करवा लिया गया है, लेकिन दो साल बाद भी फाइनल रिजल्ट जारी नहीं किया गया। युवाओं की इस परेशानियों को समझते हुए 'द सूत्र' ने सीधे ESB के डायरेक्टर IAS साकेत मालवीय से बात की। उन्होंने बताया कि रिजल्ट बनकर तैयार है। पहले 26 जनवरी तक जारी करने की तैयारी थी, लेकिन चेयरमैन की व्यस्तता की वजह से होल्ड किया गया था। फिलहाल दो बड़ी वजहें सामने आ रही हैं जिससे रिजल्ट जारी नहीं हो पा रहा है। हालांकि ESB के अधिकारी हफ्तेभर में मामला सुलझाने की बात कह रहे हैं। लेकिन कानूनी अड़चन और राजनीतिक बाधा के कारण कुछ पक्का नहीं कहा जा सकता। ईएसबी के सामने पहली परेशानी तो यही है कि रिजल्ट कैसे जारी करे। यानी रिजल्ट में कहीं 13 फीसदी को अनहोल्ड करना है या नहीं और ओबीसी वर्ग को 27% आरक्षण देना है या नहीं ? और दूसरी परेशानी यही है कि कहीं जेल प्रहरी के टॉपर राजा भइया जैसा हाल पुलिस आरक्षक रिजल्ट का न हो जाए। यही दो बड़ी वजह हैं जिनके चलते ये रिजल्ट बार बार टलता जा रहा है।