पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा, 6 गिरफ्तार, 4 फरार, कानपुर से बिहार तक फैला था सॉल्वर गैंग
मध्य प्रदेश पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा-2023 में बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। मुरैना पुलिस ने एक अंतरराज्यीय गैंग के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया। यह गैंग आधार पहचान बदलकर फर्जी परीक्षार्थियों से परीक्षा दिलवाती थी।
MP News : मध्य प्रदेश पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा-2023 में बायोमेट्रिक क्लोनिंग और सॉल्वर सिस्टम के जरिए बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। मुरैना पुलिस ने एक अंतरराज्यीय गैंग के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जो आधार पहचान बदलकर फर्जी परीक्षार्थियों से परीक्षा दिलवाते थे। ये गैंग करीब 8 से 10 लाख रुपए लेकर अभ्यर्थियों को पास करवा देता था।
आधार क्लोनिंग और बायोमेट्रिक अपडेट का खेल
गिरोह के सदस्यों ने तकनीकी विशेषज्ञता का गलत इस्तेमाल कर बायोमेट्रिक अपडेट की प्रक्रिया को हैक किया। वे असली उम्मीदवार की जगह सॉल्वर को बैठाकर परीक्षा दिलवाते थे। कानपुर के युवक राहुल गुप्ता पॉलीमर तकनीक से फिंगरप्रिंट क्लोन करता था, जो फर्जी पहचान की रीढ़ बनती थी।
परीक्षा से पहले और बाद में दो बार बदला बायोमेट्रिक
मुख्य आरोपी रामरूप गुर्जर ने परीक्षा से एक महीने पहले और एक महीने बाद बायोमेट्रिक डाटा अपडेट कराया। इससे शक गहराया और जांच शुरू हुई। इस बायोमेट्रिक असमानता की जांच एएसपी प्रदीप पटेल के नेतृत्व में की गई।
गिरफ्तार आरोपी और उनकी भूमिकाएं
The sootr
नाम
स्थान
भूमिका
रामरूप गुर्जर
मुरैना
फर्जी तरीके से परीक्षा पास करने वाला मुख्य अभ्यर्थी
एसपी राजेश व्यास के अनुसार, यह फर्जीवाड़ा 2023 से लगातार चल रहा था। गिरोह ने यूपी, बिहार और गुजरात में नेटवर्क फैला रखा था। जानकारी मिली थी कि कुछ अभ्यर्थियों के आधार बार-बार अपडेट हो रहे थे। इसके बाद तकनीकी जांच से इसका खुलासा हुआ।