मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS), विश्व हिन्दू परिषद (VHP) और पर्यावरण पर कार्यरत लगभग 40 संगठनों ने 2025 के प्रयागराज महाकुंभ के लिए थाली और थैले एकत्रित करने का अनूठा अभियान चलाया है। इस हरित पहल का उद्देश्य है महाकुंभ को पॉलीथिन मुक्त बनाना।
3.50 लाख थाली-थैले का लक्ष्य
मध्यभारत, महाकौशल, और मालवा प्रांत से लगभग 3.50 लाख थाली और थैले 6 दिसंबर 2024 को प्रयागराज के लिए भेजे जाएंगे।
मध्यभारत प्रांत से 1.25 लाख, महाकौशल प्रांत से 1.25 लाख, और मालवा प्रांत से 1 लाख थैले और थाली इकट्ठे करने का लक्ष्य रखा गया है। इन वस्तुओं में कपड़े के थैले (15x12 इंच) और स्टील की थाली (11x14 इंच) शामिल हैं।
महाकुंभ में अनुमानित 40 करोड़ श्रद्धालुओं की उपस्थिति से 600 टन पॉलीथिन उत्पन्न होने का खतरा है। इसे रोकने के लिए यह पहल शुरू की गई है। अभियान से जुड़े आशुतोष भट्ट के अनुसार, श्रद्धालुओं को पॉलीथिन मुक्त थैले और स्टील की थाली भेंट की जाएगी।
2025 के महाकुंभ में 75 देशों से श्रद्धालु आएंगे। इनके लिए प्रयागराज में एक टेंट सिटी बनाई जा रही है, जिसमें 2,000 स्विस कॉटेज होंगे। इस आयोजन में मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, और महाशिवरात्रि जैसे शाही स्नान का महत्व होगा।
FAQ
हरित कुंभ अभियान का उद्देश्य क्या है?
पॉलीथिन मुक्त महाकुंभ सुनिश्चित करना।
मध्यप्रदेश से कितनी थाली-थैले भेजे जाएंगे?
लगभग 3.50 लाख।
प्रयागराज महाकुंभ कब होगा?
13 जनवरी से 26 फरवरी 2025।
टेंट सिटी की क्या विशेषताएं होंगी?
2,000 स्विस कॉटेज फाइव स्टार सुविधाओं के साथ।
हरित कुंभ में कौन-कौन से संगठन भाग ले रहे हैं?
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS), विश्व हिन्दू परिषद (VHP), और अन्य 40 संगठन।