नर्मदापुरम में विश्वविद्यालय परीक्षा की कॉपियां चपरासी से चेक करवाने का मामला उजागर होने के बाद दो प्रोफेसरों को सस्पेंड कर दिया और तीन अन्य कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया। यह गड़बड़ी शहीद भगत सिंह शासकीय पीजी महाविद्यालय, पिपरिया में सामने आई थी, जिसके बाद जांच समिति गठित की गई और रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की गई।
जांच रिपोर्ट में खुलासा
जांच समिति की रिपोर्ट में सामने आया कि अतिथि शिक्षक खुशबू पगारे ने प्रयोगशाला परिचारक पन्नालाल पठारिया ने कॉपियों का मूल्यांकन करने को कहा था। पन्नालाल ने यह भी स्वीकार किया कि कॉपियों को मूल्यांकित करने के बदले में उसने राकेश कुमार मेहर (बुक लिफ्टर) से 5000 रुपए प्राप्त किए थे। इसके बदले खुशबू पगारे ने राकेश कुमार को 7 हजार रुपए दिए थे, जिनमें से 5000 रुपए पन्नालाल को दिए गए थे।
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प्रभारी प्रिंसिपल और प्रोफेसर पर कार्रवाई
उच्च शिक्षा विभाग ने जांच रिपोर्ट के आधार पर पिपरिया कॉलेज के प्रभारी प्रिंसिपल डॉ. राकेश कुमार वर्मा और प्रोफेसर डॉ. रामगुलाम पटेल को सस्पेंड कर दिया। रिपोर्ट में यह पाया गया कि मूल्यांकन कार्य में गंभीर लापरवाही, अव्यवस्था और अनियमितता पाई गई है, जिसके कारण इन दोनों को जिम्मेदार ठहराया गया। इनकी निलंबन अवधि के दौरान मुख्यालय को क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक, उच्च शिक्षा भोपाल-नर्मदापुरम संभाग में तय किया गया है।
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नौकरी से बर्खास्त होने वाले कर्मचारी
इसके साथ ही, शासन द्वारा जारी आदेश में अतिथि विद्वान खुशबू पगारे, प्रयोगशाला परिचारक पन्नालाल पठारिया और बुक लिफ्टर राकेश कुमार मेहर को सेवा से हटा दिया गया है। यह कार्रवाई गंभीर अनुशासनहीनता के कारण की गई है। इन कर्मचारियों के खिलाफ भी सख्त कदम उठाए गए हैं और प्राचार्य को इनकी सेवाएं समाप्त करने के आदेश दिए गए हैं।
कार्रवाई करने में लग गए 3 माहीने
बता दें कि 31 जनवरी को सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था, जिसमें दावा किया गया था कि कॉलेज में कार्यरत चपरासी पन्नालाल पठारिया कॉपियां जांच रहा है। इस वीडियो के सामने आने के बाद कॉलेज के छात्रों ने इसका विरोध किया था। वीडियो के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर छात्र प्राचार्य राकेश वर्मा के पास पहुंचे थे। हालांकि, प्राचार्य राकेश वर्मा ने इस मामले में कोई स्पष्टता नहीं दी और कहा कि अगर पीड़ित शिकायत करेंगे, तो उस पर उचित कार्रवाई की जाएगी। अब जाकर इस मामले में एक्शन हुआ है।
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