भोपाल के प्राइवेट स्कूल संचालक की जमानत याचिक हाई कोर्ट ने खारिज कर दी है। स्कूल संचालक पर दूसरी कक्षा में पढ़ने वाली 8 साल की बच्ची से दुष्कर्म का आरोप है। आरोपी मिनीराज मोदी को पुलिस ने 14 मई को अरेस्ट किया था। बता दें, भोपाल पुलिस ने 30 अप्रैल को 8 साल की बच्ची से दुष्कर्म के आरोप में हॉस्टल की महिला वार्डन सहित 3 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था।
जिला कोर्ट भोपाल से आरोपी की जमानत खारिज हुई थी। इसके बाद आरोपी ने हाईकोर्ट में जमानत याचिका लगाई थी। अधिवक्ता यावर खान ने बताया कि जस्टिस विशाल धगत ने प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए उसकी जमानत याचिका निरस्त की।
जानिए क्या है पूरा मामला...
दरअसल भोपाल के मिसरोद थाना क्षेत्र में 30 अप्रैल को दूसरी कक्षा की 8 साल की बच्ची के साथ एक निजी बोर्डिंग स्कूल के हॉस्टल ( hostel Girl raped ) में दुष्कर्म का मामला सामने आया था। बच्ची को आरोपी ने दाल-चावल में कुछ नशीला पदार्थ खिलाया था, जिससे वह बेसुध हो गई। बाद में जब बच्ची को होश आया तो उसने देखा कि दाढ़ी वाला अंकल उसके साथ गलत काम कर रहा था, जबकि एक अन्य व्यक्ति पास में ही खड़ा होकर देख रहा था। बच्ची ने अपनी मां को आपबीती बताई। पीड़िता ने मां से वीडियो कॉल पर कहा कि उसे ब्लीडिंग हुई।
वहीं स्कूल में छात्र के साथ रेप की घटना की जांच के लिए बाल आयोग की टीम स्कूल पहुंची थी। स्कूल प्रबंधन ने आधे घंटे तक गेट नहीं खोले थे। एडिशनल डीसीपी भी मौके पर स्कूल में पहुंचे थे।
आठ साल की मासूम से रेप
जानकारी के मुताबिक 8 साल की बच्ची भोपाल के हॉस्टल में पढ़ती थी, जहां उसके साथ यह घटना हुई। पुलिस ने हॉस्टल वार्डन समेत 3 लोगों को आरोपी बनाया था। बच्ची की मां के अनुसार उसकी बेटी को खाने में मिलाकर कुछ खिलाया गया था, जिसके बाद वह बेहोश हो गई, जब वह होश में आई तब उसे पता चला कि उसके साथ कोई घटना हुई है। महिला ने वहां मौजूद वॉर्डन पर भी आरोप लगाया था कि उसने बेटी को खाना खाने के बाद एक कमरे में अलग से ले जाकर कुछ खिलाया था।
दाढ़ी वाले अंकल ने गलत काम किया- मासूम
बच्ची ने मां को वीडियो कॉल कर बताया कि एक मोटे से दाढ़ी वाले अंकल उसके साथ गलत काम कर रहे थे। पास में खड़े अंकल बोल रहे थे कि मोदी सर, बच्ची को होश आ गया है। अंकल ने दो-तीन बार बोला। इसके बाद मेरी आंख पर हाथ रख दिया। मेरे पेट में दर्द हो रहा था और प्राइवेट पार्ट से ब्लड आ रहा था। मैं फिर से बेहोश हो गई। बसुबह होश आया तब मैं अपने पलंग पर सो रही थी। मैंने होश में आने के बाद वार्डन से कहा कि मेरे पेट में पेन हो रहा है।
बच्ची ने वार्डन से की थी मां से बात करने की जिद
बेटी ने वार्डन से अपनी मां से बात करवाने की जिद की थी, लेकिन वार्डन ने उसकी एक भी नहीं सुनी थी। बताया जाता है कि आरोपियों ने बच्ची को डराया-धमकाया कि किसी से कुछ कहोगी तो हम मम्मी से बात नहीं कराएंगे। उन्होंने कहा- संडे को बात कराएंगे। संडे के जब बेटी ने अपनी मां से बात की तो लो रोने लगी। वीडियो कॉल किया तो बच्ची रो पड़ी। फिर वार्डन ने बच्ची से फोन छीनकर स्विच ऑफ कर दिया।
टेंशन होने पर मां पहुंची होस्टल
बच्ची से सही से बात ना होने पर उसकी मां टेंशन में आ गई। वह बच्ची से मिलने हॉस्टल पहुंच गई, तब पता चला कि आपकी बच्ची हॉस्टल में अकेली है। बाकी सभी तीन-चार दिन पहले घर जा चुकी हैं। वहीं बच्ची की मां का आरोप था कि स्कूल के ऑनर ने गलत काम किया है।
मेडिकल रिपोर्ट में नहीं मिले साक्ष्य
हालांकि मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट में छेड़छाड़ या दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई थी। हॉस्टल के CCTV फुटेज और मोबाइल की कॉल डिटेल में भी कोई साक्ष्य नहीं मिले थे।