BHOPAL. भोपाल के मिसरोद इलाके के एक बड़े प्राइवेट स्कूल में 8 साल की बच्ची से दुष्कर्म ( RAPE ) के सनसनीखेज मामले में नया मोड़ आ गया है। बच्ची की दो मेडिकल रिपोर्ट ( medical report ) में भिन्नता के बाद गुरुवार यानी (02.05.24 ) को मेडिकल बोर्ड से चेकअप कराने का फैसला हुआ था। 4 डॉक्टरों की टीम ने बच्ची का मेडिकल परीक्षण किया। रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि बच्ची के प्राइवेट पार्ट से किसी प्रकार की छेड़छाड़ या दुष्कर्म की घटना नहीं हुई है। बच्ची को जो रेडनेस है वह भी 10 दिन पुरानी है। इधर, स्कूल और हॉस्टल के सीसीटीवी कैमरों में भी इस घटना के संबंधित संदेही आरोपियों के फुटेज नहीं मिले हैं। गौरतलब है कि बच्ची की मां ने स्कूल के हॉस्टल में बच्ची से दुष्कर्म किए जाने के संबंध में FIR दर्ज कराई थी। इस मामले में पुलिस ने तीन अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया था। अब एसआईटी इस मामले की जांच कर रही है।
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दोनों मेडिकल में अंतर
पुलिस सूत्रों का कहना है कि महिला द्वारा जेपी अस्पताल में खुद जाकर कराए गए मेडिकल चैकअप और पुलिस द्वारा गायनेकोलॉजिस्ट की टीम से कराए गए चैकअप की रिपोर्ट में भिन्नता थी। इसके बाद मेडिकल बोर्ड के समक्ष परीक्षण कराने का निर्णय लिया गया था। गुरुवार को मेडिकल बोर्ड ने बच्ची का मेडिकल परीक्षण किया। मेडिकल बोर्ड ने अपनी रिपोर्ट में बच्ची के प्राइवेट पार्ट से छेड़छाड़ या दुष्कर्म की घटना से इनकार किया है।
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CCTV में नहीं मिले सबूत
जांच के लिए गठित एसआईटी हॉस्टल के दो रूम में रह रहे 4 छात्रों और 7 छात्राओं के बयान दर्ज कर चुकी है। इसमें घटना की पुष्टि नहीं हुई है। टीम हॉस्टल में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाल चुकी है। महिला द्वारा जिन लोगों पर दुष्कर्म के आरोप लगाए गए हैं, उनके खिलाफ सबूत नहीं मिले हैं। बच्ची 21 अप्रैल को अपनी मां के साथ घर गई थी।