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Photograph: (thesootr)
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की जबलपुर में हुई बैठक के दौरान जबरदस्त हंगामा हुआ। दरअसल राज्यसभा सांसद सुमित्रा बाल्मीक को सुरक्षा कर्मियों ने गेट पर रोक दिया। बताया जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष के कार्यक्रम की सुरक्षा में लगे कर्मियों के साथ शाहपुरा के तहसीलदार रविंद्र पटेल ने उन्हें रोका।
इस दौरान धक्का-मुक्की और बहस के बीच उनका चश्मा टूट गया। इससे कार्यकर्ताओं का गुस्सा भड़क उठा और नारेबाजी शुरू हो गई। बाद में वरिष्ठ नेताओं ने हस्तक्षेप कर स्थिति संभाली और सांसद को अंदर जाने दिया।
गेट पर हुई बहस, टूटा चश्मा
कार्यक्रम स्थल पर प्रवेश के दौरान सांसद बाल्मीक और सुरक्षा कर्मियों के बीच बहस हो गई। इसी दौरान हुई धक्का-मुक्की में उनका चश्मा टूट गया। गुस्साए कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की और माहौल कुछ देर के लिए तनावपूर्ण हो गया।
नेताओं की मध्यस्थता से सम्हाला मामला
सांसद को रोके जाने की खबर फैलते ही कार्यकर्ता भड़क उठे। सुरक्षा व्यवस्था के खिलाफ नारेबाजी भी हुई। हालात बिगड़ते देख सीनियर नेताओं को बीच-बचाव करना पड़ा और सांसद को अंदर प्रवेश दिलाया गया।
गहमा-गहमी से चश्मा टूटा: सांसद
बाद में खुद सांसद सुमित्रा बाल्मीक ने मामले को कवर करते हुए सफाई दी। उन्होंने कहा कि मेरे कार्यकर्ता इतने उत्साहित थे कि आगे बढ़ने लगे। सुरक्षा कर्मी भी अपनी ड्यूटी कर रहे थे। गेट बंद था और पीछे भीड़ ज्यादा हो गई। इसी दौरान धक्का लगा और मेरा चश्मा टूट गया। उस समय समझ नहीं आया कि अंदर जाऊं या बाहर रहूं। थोड़ी गहमा-गहमी हो गई, क्योंकि हर कोई राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ फोटो और सेल्फी लेना चाहता था। लेकिन इसमें किसी की गलती नहीं थी। अब मैं अपना चश्मा बनवाने जा रही हूं।
बार-बार विवादों में सुमित्रा बाल्मीक
यह कोई पहला मौका नहीं है जब सांसद सुमित्रा बाल्मीक को सार्वजनिक मंच पर उपेक्षा या विवाद का सामना करना पड़ा हो।
योग दिवस 2023 में जबलपुर के राष्ट्रीय कार्यक्रम में उन्हें मंच पर जगह नहीं दी गई थी। इससे वे नाराज होकर कलेक्टर पर आरोप लगाती हुईं तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और सांसद वीडी शर्मा तक शिकायत लेकर पहुंची थीं।
नगर निगम चुनाव 2022, सागर में प्रचार के दौरान सर्किट हाउस का कमरा आवंटित किया गया था। लेकिन उनकी अनुपस्थिति में सामान उठवाकर वह कमरा एक बड़े मंत्री को दे दिया गया, जिस पर वे भड़क उठी थीं।
शायद कुंडली ही दिखानी पड़े
लगातार इस तरह की घटनाओं के सवाल पर इस बार सांसद बाल्मीक ने तंज कसते हुए कहा कि लगता है मुझे अपनी कुंडली दिखानी पड़ेगी कि आखिर ऐसा मेरे साथ ही क्यों बार-बार होता है।
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