UP तक फैला साइबर ठगी का जाल, रामकृष्ण मिशन आश्रम सचिव से 2.5 करोड़ की ठगी का पर्दाफाश

रामकृष्ण मिशन आश्रम सचिव से 2.53 करोड़ की ऑनलाइन ठगी में लखनऊ से जुड़े 10 ठग पकड़े गए हैं। इस ठगी मामले में अबतक उज्जैन, दिल्ली, प्रयागराज से भी ठग पकड़े गए हैं।

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Rohit Sahu
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मध्य प्रदेश के ग्वालियर में स्थित रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव स्वामी सुप्रदितानंद से हुई 2.53 करोड़ रुपये की ऑनलाइन ठगी की का मामला यूपी तक पहुंच गया है। यह प्रदेश की सबसे बड़ी साइबर ठगी मानी जा रही है, जिसमें लखनऊ से संचालित हो रहे एक संगठित ठग गिरोह की संलिप्तता सामने आई है। साइबर सेल की कार्रवाई में इस जालसाजी से जुड़े 10 ठग गिरफ्तार किए गए हैं, जिनमें गिरोह के सरगना का राजदार और कई फर्जी खाताधारक भी शामिल हैं।

ठगी का मास्टरप्लान लखनऊ से ऑपरेट

गिरफ्तार ठगों की पहचान से खुलासा हुआ है कि गिरोह लखनऊ से सक्रिय था। आश्रम सचिव को 26 दिन तक डिजिटल अरेस्ट में रखकर उनसे चरणबद्ध रूप से 2.53 करोड़ रुपये की ठगी की गई। यह रकम 20 अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर कराई गई थी।

सात आरोपी लखनऊ से बाकी अन्य जिलों से जुड़े

गिरफ्तार किए गए 10 आरोपियों में से 7 लखनऊ, 2 लखीमपुर खीरी, 2 गोरखपुर और 1 सीतापुर से हैं। गिरोह के सदस्य सुनियोजित ढंग से खाते खोलते थे, सिम कार्ड एक्टिव करते थे और ट्रांजैक्शन करवा कर कमीशन खाते थे।

ठगी का पैसा गया 20 खातों में ट्रांसफर

इस साइबर ठगी की रकम में से 30 लाख रुपये लखनऊ निवासी सचिन गुप्ता (29) के एक करंट अकाउंट में ट्रांसफर किए गए थे। सचिन दिखावे में फोटोग्राफर है, लेकिन उसका इस्तेमाल धोखाधड़ी के लेनदेन के लिए हुआ। उसे इस काम के बदले 60 हजार रुपये का कमीशन मिला। सचिन ने सिर्फ प्रेमिका से बात करने के लिए सिम चालू किया था, लेकिन वह सीधे इस गैंग की कड़ी बन गया।

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गिरोह का राजदार रवि आनंद भी पकड़ा गया

इस गिरोह का बड़ा राजदार रवि आनंद भी साइबर सेल के हत्थे चढ़ गया है। रवि ही वह कड़ी है जो गिरोह के मुख्य सरगना तक पहुंचाने में मदद कर सकता है। पुलिस को उससे ठगी की तकनीक, बैंक खाता संचालन और सिम एक्टिवेशन के तरीके जानने की उम्मीद है।

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इसके पहले कुछ लोगों को दिल्ली से भी गिरफ्तार किया गया था

रामकृष्ण आश्रम के सचिव के साथ हुई इस ठगी की जांच के दौरान चौंकाने वाला तथ्य सामने आया कि दिल्ली में पढ़ाई कर रहे एक बीबीए छात्र ने महज 5 हजार रुपए मासिक किराए पर अपना बैंक खाता ठगों को सौंप दिया था। उसके खाते में 5.30 लाख रुपए ट्रांसफर हुए थे।

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उज्जैन से पकड़े गए 6 आरोपी बैंककर्मी भी शामिल

SIT ने नागदा (उज्जैन) से छह लोगों को पकड़ा। इनमें सब्जी बेचने वाला राहुल कहार, बैंक कर्मचारी तुषार गोमे, किशोर विनाज्ञा, शुभम सिंह राठौर, रतलाम निवासी विश्वजीत बर्मन और बंधन बैंक की महिला कैशियर काजल जैसवाल शामिल हैं।

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