रतलाम में मिड-डे मील में लापरवाही: प्रिंसिपल समेत तीन कर्मचारी सस्पेंड

रतलाम जिले के शासकीय प्राथमिक विद्यालय में विद्यार्थियों को मीनू के अनुसार भोजन नहीं दिया गया। खाना में सेव परमल दिया गया। दोषी अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया। खाद्य व्यवस्था की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत को सौंप दी गई है।

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Sandeep Kumar
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आमीन हुसैन@रतलाम 

MP के रतलाम के सरकारी स्कूल में मिड-डे मील में लापरवाही बरती गई। मंगलवार को छात्रों को खीर पूड़ी देना था, लेकिन उन्हें सेव परमल दिया गया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने प्रिंसिपल और तीन कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया।

दोषियों के खिलाफ कार्रवाई

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के बाद रतलाम जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रृंगार श्रीवास्तव ने जांच के आदेश दिए। जांच में विकासखंड अकादमिक समन्वयक भूपेंद्र सिंह सिसोदिया, जनशिक्षक कैलाश डामोर, और प्रधानाध्यापिका विजया मैड़ा दोषी पाए गए। 

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तीनों को सस्पेंड कर दिया गया है। मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था में सरस्वती स्व सहायता समूह की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई। इस समूह की अध्यक्ष और सचिव को तत्काल प्रभाव से भोजन व्यवस्था से हटा दिया गया।

अब मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत लालगुवाड़ी को सौंप दी गई है। यह कदम भविष्य में लापरवाही से बचने और बच्चों को सही भोजन देने के लिए उठाया गया है।

प्रशासन का एक्शन

प्रदेश सरकार ने इस मामले में प्रशासनिक कार्रवाई की और दोषियों के खिलाफ कड़ी सजा सुनिश्चित की। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने कहा कि इस तरह की घटनाएं शिक्षा और सरकारी योजनाओं की साख प्रभावित करती हैं। भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे।

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मेन्यू और सेव परमल का अंतर

मध्यान्ह भोजन योजना के तहत बच्चों को खीर पूड़ी दी जानी थी, जो पौष्टिक और संतुलित आहार है। लेकिन सेव परमल जैसे तले हुए और मसालेदार खाने से बच्चों की सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। यह घटना शिक्षा व्यवस्था में गंभीर लापरवाही को दर्शाती है।

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