PD अग्रवाल कंपनी की कार और खनिज अधिकारी संजय लुणावत का क्या है रिश्ता

पीडी अग्रवाल ग्रुप पर हाईवे बनाने के दौरान तालाबों से मंजूरी से अधिक खनन, परिवहन करने के मामले में अभी तक कार्रवाई नहीं हुई है। यह कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है, इसके पीछे का रहस्य जानने के लिए 'द सूत्र' ने लगातार खोज की, तो कार नजर आई।

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Sanjay gupta
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PD Aggarwal
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INDORE. प्रदेश के बड़े ठेकेदारों में से एक पीडी अग्रवाल ग्रुप पर हाईवे बनाने के दौरान तालाबों से मंजूरी से अधिक खनन, परिवहन करने के मामले में अभी तक कार्रवाई नहीं हुई है। यह कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है, इसके पीछे का रहस्य जानने के लिए द सूत्र ने लगातार खोज की, तो कार नजर आई। अब इस कार का क्या रहस्य है।

3 IAS बोलते रहे पीडी अग्रवाल पर करो कार्रवाई, खनिज अधिकारी बचाते रहे

अग्रवाल ने लुणावत को दी है कार 

महिंद्रा कंपनी की स्कार्पियो कार नंबर MPO9WC2956, यह वह कार है जो खनिज अधिकारी संजय लुणावत के घर के नीचे मल्टी की पार्किंग में खड़ी रहती है। यह कार और किसी की नहीं बल्कि पीडी अग्रवाल इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड महेंद्र अग्रवाल जाय बिल्डिंग कॉलोनी के नाम पर है। महेंद्र अग्रवाल पीडी अग्रवाल के पुत्र है औऱ् वही अब इस ग्रुप को संभालते हैं। इस कार में ही कई बार लुणावत घूमते हैं। 

प्रदेश के बड़े ठेकेदार पीडी अग्रवाल का कारनामा- सरकारी तालाब खोदकर अवैध मुरम से बना रहे नेशनल हाईवे

क्या बोल रहे अग्रवाल और लुणावत

द सूत्र ने इस मामले में महेंद्र अग्रवाल और संजय लुणावत दोनों से बात की।

1. इस मामले में महेंद्र अग्रवाल ने कहा कि तालाब के निरीक्षण का काम हो रहा है, जांच हो रही है, इसी में आने-जाने के लिए उन्हें कार दी है। लुणावत जी को आए एक महीना ही हुआ है, पहले से कार नहीं दी गई थी। 
2. वहीं लुणावत ने इस बात को गलत बताया और कहा कि कार से उनका कोई लेना-देना नहीं है। कभी कोई मिलने आया हो, कार खड़ी हो, कभी किसी कार से चला गया हो तो बात अलग है। इसका मतलब नहीं है कि कार मेरे पास है। 

तालाबों की जांच के लिए अभी कमेटी ही बनी

उधर तालाबों से अवैध खनन हुआ या नहीं, इसकी जांच के लिए आईएएस अपर कलेक्टर ज्योति शर्मा ने खनिज विभाग को निर्देश दिए हैं। हालांकि जानकारी के अनुसार अभी इसमें पांच सदस्यीय कमेटी बनी है और जांच रिपोर्ट अभी नहीं बनी है। इस मामले में अप्रैल 2024 से ही शिकायतों का दौर जारी है। उधर पर्यावरण हितैषी फाउंडेशन ने इस मामले में देरी को लेकर संभागायुक्त दीपक सिंह को भी पत्र लिखा है। संस्था के मुकेश अमोलिया ने पत्र में लिखा है कि आईएएस जिला पंचायत सीईओ सिदार्थ जैन द्वारा कार्रवाई के लिए पत्र लिखने के बाद भी इसमें कुछ नहीं हुआ है। पर्यावरण संरक्षण एक्ट, जल प्रदूशण एक्ट व अन्य धाराओं में कार्रवाई के प्रावधान है। 

द सूत्र ने अप्रैल में ही चेताया था

इस मामले में द सूत्र ने 21 अप्रैल 2024 को ही खुलासा कर दिया था कि इंदौर-हरदा हाईवे बनाने के लिए मुरम निकालने की मंजूरी पीडी अग्रवाल को कई शर्तों के साथ प्रशासन और खनिज विभाग ने दी थी, लेकिन इन शर्तों को ताक पर रखते हुए खुदाई कर तालाब नष्ट किए जा रहे हैं। 

एक-दो नहीं तीन आईएएस कार्रवाई को बोल रहे

इस मामले में खनिज विभाग का पहले प्रभार अपर कलेक्टर आईएएस गौरव बैनल के पास था। मार्च में इनके पास पीडी अग्रवाल ग्रुप को तालाब खनन कर मुरम निकालने की मिली पूर्व मंजूरी के ही नवीनीकरण की फाइल आई। उन्होंने जांच कराई तो सामने आया कि क्षमता से अधिक पहले ही तालाब खोदे जा चुके हें। इसके बाद नवीनीकरण की फाइल रोक दी गई। इसके बाद जांच के लिए पत्र खनिज विभाग को लिखा, लेकिन खनिज विभाग ने कुछ नहीं किया। उधर जिला पंचाचत के क्षेत्राधिकार में तालाब आने पर सीईओ जिला पंचायत आईएएस सिद्दार्थ जैन के पास भी इसे लेकर रिपोर्ट आई, उन्होंने भी जांच के लए पत्र लिखा। वहीं हाल ही में पदस्थ हुई आईएएस ज्योति शर्मा के के पास अब यह मुद्दा आया और उन्होंने जांच के आदेश दिए।  

मार्च 2024 से कलेक्टोरेट में ऐसे चली चिट्ठियां

  1. जुलाई 2023 के निरीक्षण में ही सामने आया कि अधिक खुदाई हो रही है, कुछ नहीं किया बस चिट्‌ठी चली
  2.  मार्च 2024 में फिर जनपद पंचायत के सहायक यंत्री बीके भाटिया ने रिपोर्ट दी और कहा कि अधिक खुदाई से तालाब नष्ट हो रहे हैं। इसलिए नवीनीकरण और अधिक खुदाई की मंजूरी नहीं दी जा सकती है। 
  3. द सूत्र ने इस इस मुद्दे को अप्रैल 2024 में उठाया, तब जांच की बात की गई और मामले में फिर खनिज विभाग को जांच के लिए चिट्ठी चली। लेकिन तालाब खुदते चले गए, 12 सितंबर 2024 को फिर जिला पंचायत उपयंत्री ने जांच की और सीईओ को चिट्ठी लिखकर बताया कि तालाब नष्ट हो गए हैं।
  4.  सीईओ जैन ने अक्टूबर 2024 में चिट्‌टी एसडीएम और खनिज विभाग को लिखी की कार्रवाई की जाए।

एनएच 59 का ठेका मिला है

पीडी अग्रवाल ग्रुप को नेशनल हाईवे इंदौर एनएच 59 का ठेका मिला है। इसके लिए उन्हें कनाडिया, खुडैल तहसील व देवास जिले के भी कुछ सरकारी तालाबों से मुरम निकालने की मंजूरी शर्तों के साथ मिली थी। लेकिन तालाबों की पाल को तोड़ते हुए और ऊपर की काली मिट्टी हटाने के बाद पीली मिट्टी, मुरम निकालने के लिए 20 गुना तक तालाबों को खोद दिया गया है। 

उपयंत्री ने माना 20 गुना अधिक खुदे तालाब

सितंबर 2024 में भी एक चिट्ठी जिला पंचायत उपयंत्री देवेंद्र अग्रवाल ने सीईओ जिला पंचायत सिद्दार्थ जैन को भेजी जिसमें खुलासा था कि ग्राम पंचायत खुडैल खुर्द व चौहानखेड़ी के ग्राम खेमाना के तालाब की जांच की गई है। ठेकेदार पीडी अग्रवाल ग्रुप को हाईव बनाने के लिए 13 अप्रैल 2023 को खुदाई की मंजूरी दी थी। लेकिन जुलाई 2023 में निरीक्षण किया और फिर मार्च 2024 में भी निरीक्षण किया तो सामने आया मंजूरी से 20 गुना अधिक तालाबों को खोद कर नष्ट कर दिया गया है। यहां पर 40 से 60 फीट खोदकर मुरम निकाली जा रही है।

सीईओ ने एसडीएम को लिखी चिट्‌ठी

इस चिट्ठी के बाद सीईओ जिला पंचायत जैन ने एसडीएम खुडैल गोपाल वर्मा के साथ ही जिला खनिज अधिकारी को पत्र लिखा। इसमें कहा गया कि उपयंत्री की चिट्ठी से सामने आया कि पीडी अग्रवाल इन्फ्रा लिमिटेड द्वारा खेमाना के तालाब और खुडैल खुर्द के तालाब में में 90 फीट गहराई तक खुदाई हुई है, इससे दोनों तालाब नष्ट हो गए हैं और पानी नहीं रूकेगा। जनपद पंचायत के सहायक यंत्री बीके भाटिया ने भी मार्च 2024 में प्रतिवेदन देककर बताया था कि पीडी अग्रवाल इन्फ्रा द्वारा जमकर तालाबों को क्षतिग्रस्त किया जा रहा है। ऐसे में नियम विरूद्ध हुई खुदाई को लेकर कार्रवाई की जाए।

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